अन्य राज्यों की संस्कृति से रूबरू होंगे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के युवक-युवती

सीमा सुरक्षा बल द्वारा आयोजित आदिवासी युवा विनिमय कार्यक्रम का प्रथम जत्था मैसूर के लिए हुए रवाना

अन्य राज्यों की संस्कृति से रूबरू होंगे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के युवक-युवती

भिलाई। 14 वाँ आदिवासी युवा विनिमय कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 15 जनवरी 2023 को 1425 बजे जिला कांकेर छत्तीसगढ़ के अति दुर्गम एवं पिछड़े नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से युवक एवं युवतियों के प्रथम जत्थे को दुर्ग रेलवे स्टेशन से मैसूर के लिए रवाना किया गया। इसमें 15 लड़कियाँ एवं 15 लड़कों सहित 2 पुरूष सुरक्षा अधिकारी और 1 महिला सुरक्षा अधिकारी शामिल है। यह टीम मैसूर में विभिन्न राज्यों के अन्य आदिवासी युवाओं से मिलकर अन्य राज्यों की संस्कृति से रूबरू होंगे। 
इस कार्यक्रम के अंतर्गत आदिवासी युवक एवं युवतियों को उनके उज्ज्वल भविष्य तथा अधिकार के बारे में उचित व उपयुक्त जानकारी प्रदान की जायेगी, साथ ही साथ अन्य राज्यों से भाग लेने वाले युवक-युवतियों के बीच मेल-मिलाप बढ़ेगा, जिससे वे एक-दूसरे की खान-पान, रहन-सहन, सांस्कृतिक गतिविधियाँ एवं वेशभूषा से रूबरू होंगे। इस कार्यक्रम में सभी राज्यों के स्थानीय लोक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जायेगी। साथ ही मैसूर के प्रसिद्ध, दर्शनीय एवं सांस्कृतिक महत्व के स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा।
नेहरू युवा केन्द्र संगठन, नई दिल्ली (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार) एवं गृह मंत्रालय के संयुक्त तत्वाधान मे 14 वॉं आदिवासी युवा विनिमय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, इस कार्यक्रम में कांकेर जिले मे तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के इलाके से इस वर्ष कुल 14 भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है।
इस कार्यक्रम की प्रथम टीम को मैसूर रवाना करते हुए सीमा सुरक्षा बल सीमांत मुख्यालय (विशेष संक्रिया) छत्तीसगढ, रिसाली-भिलाई के महानिरीक्षक इंदराज सिंह एवं उपमहानिरीक्षक (इंटेलीजेंस) दिनेश मुर्मू ने शुभकामनाएं दी।