स्वच्छता को लेकर स्वास्थ्य प्रभारी ने अलर्ट रहने कहा, पानी की हो रही हर दिन जांच
रिसाली। डायरिया के प्रकोप से बचने नगर पालिक निगम रिसाली ने एहतियाती कदम उठाना शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग प्रभारी गोविन्द चतुर्वेदी ने सुपरवाइजरों की बैठक ली। उन्हांेने स्पष्ट निर्देश दिए कि नालियों की सफाई पर विशेष नजर रखा जाए। वहीं पानी संैपल जांच रिपोर्ट को अनिवार्य रूप से अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत करे।
रिसाली निगम के सीमा क्षेत्र से लगे हुए भिलाई निगम मंे फैले डायरिया प्रभावितों की संख्या बढ़ने पर सोमवार को जनस्वास्थ्य विभाग की बैठक बुलाई गई। प्रभारी एमआईसी गोविन्द चतुर्वेदी ने घनी आबादी वाले क्षेत्रों की समीक्षा की। निर्देश दिया गया कि सुपरवाइजर अपने-अपने क्षेत्र मंे अलर्ट रहे। जहां नालियों में जाम की स्थिति है उसे तत्काल क्लीयर करे। कचरा को जमा होने न दे। बैठक में सामान्य प्रशासन विभाग प्रभारी चन्द्रभान ठाकुर, लोकनिर्माण प्रभारी अनुप डे के अलावा जनस्वास्थ्य विभाग के प्रभारी अधिकारी बृजेन्द्र परिहार उपस्थित थे।
मितानिन से करें संपर्क
स्वास्थ्य विभाग प्रभारी ने सभी सुपरवाइजर को निर्देश दिए कि वे मितानिन के संपर्क में रहे। सुबह शाम वार्ड की स्वास्थ्यगत जानकारी अनिवार्य रूप से ले। संभावित मरीज मिलने पर निगम अधिकारियों को सूचना दे।
पानी उबालकर पीने होगी मुनादी
बैठक में कहा गया कि निगम के कर्मचारी जागरूकता के लिए प्रचार प्रसार करें। संवेदनशील क्षेत्र में पानी जमा होने न दे। साथ ही घनी आबादी व पाॅश कालोनी मंे पानी को उबालकर पीने संबंधी मुनादी अनिवार्य रूप से कराया जाए। प्रभारी ने कहा कि बीमारी पाॅव पसारे इसके पहले सभी अलर्ट होकर एहतियाती कदम उठाए।
पानी की जांच नियमित हो
बैठक में निर्देश दिया गया कि पानी सैंपल अधिक से अधिक लिया जाए। रिपोर्ट में बैक्टिरियां होने की पुष्टी होने पर उपचार तत्काल किया जाए। साथ ही कहा गया कि अगर नाली में पेयजल पाइप लाइन नजर आने पर सबसे पहले यह देखे कि लिकेज की शिकायत तो नहीं। लिकेज नहीं होने पर संबंधित विभाग को सूचना दे और पाइप को नाली से पृथक करने की व्यवस्था कराए।