काम लेने के बाद दूसरे को ठेका देने वाले ठेकेदारों की बनेगी सूची, कार्यवाही भी होगी: अनुप डे
लोक निर्माण विभाग प्रभारी ने ली सलाहकार समिति की बैठक
रिसाली। काम लेकर अनुबंध नहीं करने या फिर लिए हुए कार्य को पेटी पर देने वाले ठेकेदारों की सूची तैयार की जाएगी। उक्त निर्देश नगर पालिक निगम के लोक निर्माण विभाग प्रभारी अनुप डे ने दिए। उन्होंने मंगलवार को विभागीय समीक्षा के साथ सलाहकार समिति की बैठक ली।
समीक्षा के दौरान प्रभारी ने कहा कि वर्क आर्डर जारी होने के बाद भी कार्य आरंभ नहीं करने पर अधिकारी सबसे पहले नोटिस जारी करें। नोटिस का असर नहीं होने पर कार्य को निरस्त कर पुन: निविदा बुलाए। रिसाली निगम में ऐसे कार्यो की संख्या 5 है। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि वही ठेकेदार फर्म बदलकर दोबारा निविदा प्रक्रिया में शामिल तो नहीं हो रहा है। उल्लेखनीय है कि 481 विकास कार्य में 298 कार्य पूर्ण हो चुका है। वहीं 65 कार्य प्रगति पर है। 118 कार्य अप्रारंभ है।
एमआईसी ने कहा कि सब इंजीनियर अपने-अपने क्षेत्र में ऑफिस आने से पहले विजिट करे। कार्य को लेकर पार्षद से चर्चा करे। गुणवत्ता विहिन कार्य होने पर काम रोकने निर्देश दे और नोटिस जारी करे। सलाहकार समिति ने कहा कि खराब कार्य से पूरे निगम की छवि खराब होती है।
लोक निर्माण विभाग प्रभारी ने कहा कि कई कार्य का टेंडर अनुबंध होने के बाद भी समय पर पूरा नहीं होता। निगम के अधिकारी ठेकेदारों पर निर्धारित समय पर कार्य कराने सख्ती से पेस आए। दरअसल प्रभारी उस समय नाराजगी जाहीर की। जब अधिकारियों ने खुलासा किया कई ठेकेदार अनुबंध तो करते है, लेकिन वर्क आर्डर मिलने के बाद वे कार्य को अन्य ठेकेदार (पेटी) से कराते है। महापौर परिषद के सद्स्य ने कहा कि इंजीनियर ऐसे ठेकेदारों की सूची तैयार कर नोटिस जारी करे।
लोक निर्माण विभाग प्रभारी ने कहा प्रत्येक नए कार्य के स्थल चयन को लेकर अधिकारी गंभीरता बरते। ले आऊट के समय पार्षद की उपस्थिति को अनिवार्य करे, ताकि कार्यो की जानकारी पार्षदों को हो सके। उन्होंने कहा कि कार्य की गुणव्त्ता पर विशेष ध्यान रखा जाए।
बैठक में एमआईसी चन्द्रभान ठाकुर, गोविन्द चतुर्वेदी, सलाहकार समिति के पार्षद सद्स्य विनय नेताम, अनिल देशमुख, सारिका साहू, सहायक अभियंता आर.के. जैन, अखिलेश गुप्ता, उपअभियंता नितिश अमन साहू, डिगेश्वरी चंद्राकर, उमयंती ठाकुर आदि उपस्थित थे।