तालाब पट्टे की बैठक के बाद सरपंच और सचिव पर हमला, गांव में तनाव, दो आरोपी गिरफ्तार

बिलासपुर के ग्राम पंचायत कुली में तालाब पट्टे को लेकर बैठक के बाद सरपंच और सचिव पर हमला हुआ। सचिव घायल, अस्पताल में भर्ती। सरपंच को मिली जान से मारने की धमकी, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

तालाब पट्टे की बैठक के बाद सरपंच और सचिव पर हमला, गांव में तनाव, दो आरोपी गिरफ्तार

बिलासपुर। ग्राम पंचायत कुली में तालाब पट्टे को लेकर आयोजित एक बैठक के बाद पंचायत सचिव और सरपंच पर हुए हमले से पूरे गांव में सनसनी फैल गई है। इस मामले में सरपंच बलराम प्रसाद वस्त्रकार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने धारा 296,115(2), 351(2),331 (6), 3 (5) बीएनएस के तहत कार्रवाई करते हुए आरोपी चंद्रमणि उर्फ मोना सिंह एवं आरोपी सरदार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है

घटना 13 जुलाई की है जब पंचायत भवन में तालाब को 10 वर्षों के लिए पट्टे पर देने के प्रस्ताव को लेकर एक बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में गांव के सरदार सिंह ने विरोध जताते हुए कहा कि तालाब को केवल 5 साल के लिए पट्टे पर देना चाहिए। पंचायत सचिव राम सोनी ने शासनादेश का हवाला देते हुए 10 साल का प्रस्ताव सही ठहराया। इसी बात पर विवाद बढ़ा और सरदार सिंह ने सचिव के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट कर दी। घायल सचिव को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके बाद सरपंच और सचिव दोनों अपने-अपने घर लौट गए। देर रात लगभग 9 बजे, सरपंच के भांजे ब्रजेश वस्त्रकार ने फोन पर बताया कि सरदार सिंह उसे धमकी दे रहा है और गाली-गलौज कर रहा है। सूचना मिलने पर सरपंच अपने भाई कृष्ण कुमार वस्त्रकार के साथ भांजे के घर पहुंचे। वहीं पर सरदार सिंह ने फिर से फोन कर धमकी दी।

उसी समय सरपंच की पत्नी अनुराधा वस्त्रकार का कॉल आया, जिसमें उन्होंने बताया कि कुछ लोग घर का दरवाजा तोड़कर अंदर घुस आए हैं और गाली-गलौज कर रहे हैं। यह सुनकर सरपंच तत्काल घर लौटे। पुलिस ने सरपंच की शिकायत पर हमला, धमकी और घर में घुसकर गाली-गलौज करने की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की पहचान व गिरफ्तारी की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। गांव में इस घटना के बाद से तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। पुलिस की एक टीम गांव में तैनात की गई है ताकि शांति बनी रहे और स्थिति नियंत्रण में रहे।