शिवसेना के बाद करणी सेना,भगवा सेना, श्री राम सेना ने की FIR की मांग

मंदिर तोड़े जाने के बाद हिंदू संगठनों में बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ जन कर आक्रोश

शिवसेना के बाद करणी सेना,भगवा सेना, श्री राम सेना ने की FIR की मांग

भिलाई। सेक्टर 8 में मंदिर तोड़े जाने के बाद हिंदू संगठनों में बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ जन आक्रोश लगातार बढ़ते जा है। इस मामले की आग अब और तेजी से बढऩे लगी है। अब मंदिर तोडऩे का वीडियो भी सामने आ गया है। यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें बीएसपी के अधिकारी सेक्टर 8 स्थित मंदिर को तोड़ते हुए दिख रहे हैं। इस वीडियो वायरल होने के बाद आक्रोशित हिंदू संगठन एकजुट होकर फिर से मंदिर निर्माण करने के साथ ही एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे।
गत दिनों कुछ हिंदू संगठनों ने मिलकर एसपी से मांग की थी। इसके बाद मंगलवार को फिर से हिंदू संगठनों ने एसपी से मुलाकात की है और अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की। मंगलवार को करणी सेना भिलाई, भगवा सेना, श्री राम सेना  और  जय हनुमान सेवा वाहिनी ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी। साथ ही वायरल वीडियो भी एसपी  को दिखाया गया और जल्दी से जल्द कार्रवाई की मांग की गइर्। साथ ही यह भी चेतावनी स्वरूप कहा गया कि यदि पुलिस प्रशासन द्वारा बीएसपी अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही नहीं करेंगी तो हिंदू संगठन मिलकर उग्र आंदोलन करेंगे। और जिस के नुकसान के जिम्मेदार जिला प्रशासन होगा। इस दौरान अभय सिंह, अफरोज खान, शरद मिश्रा, आदित्य कुमार, अतुल राय, गौरव साहू, अमन सोनी, डामेन्द्र परघनिया आदि उपस्थित  थे।
मामले को लेकर गत दिनों एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में हंगामा करते हुए तोडफ़ोड़ भी की। बीएसपी प्रबंधन द्वारा मंदिर तोड़े जाने को लेकर साफ मना कर दिया गया था, लेकिन अब मंदिर को तोड़ते हुए एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ लोग मंदिर को तोड़ते हुए दिखाई दे रहे है। वहां एक कार भी मौजूद है वहीं एक गार्ड भी वहां उपस्थित थी। बीएसपी की इस हरकत के बाद आक्रोशित वार्डवासी और हनुमान सेवा वाहिनी संगठन ने एसपी कार्यालय कर घेराव कर बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। 
ज्ञात हो कि भिलाई के सेक्टर 8 में नीम और बरगद का पेड़ का है, जिसके नीचे वार्डवासियों ने हनुमान मंदिर स्थापित किए हैं। अब वर्षों पुरानी इस मंदिर को बीएसपी द्वारा अवैध कब्जा बताकर कार्रवाई करते हुए तोड़ दिया गया। इसके बाद लोग आक्रोशित हो गए। वहीं सूचना मिलने के बाद पहुंचे हनुमान सेवा वाहिनी संगठन ने एसपी कार्यालय का घेराव कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। साथ ही मंदिर को पुन: बनाने की मांग रखी। जिस पर आश्वासन मिलने के बाद मामला शांत हुआ।