व्यवसाय में बढ़ोतरी के लिए महापौर नीरज पाल ने स्व सहायता समूह की महिलाओं को दिया लाखों का चेक
सिंगल यूज प्लास्टिक एवं प्रतिबंधित प्लास्टिक को शहर से समाप्त करने 12 वार्डों में खुलेंगे बर्तन बैंक
12 वार्डों के लिए महिलाओं को मिला बर्तन
भिलाई नगर। सिंगल यूज प्लास्टिक एवं प्रतिबंधित प्लास्टिक को शहर से पूर्ण रूप से समाप्त करने के लिए बर्तन बैंक की स्थापना भिलाई शहर में की जा रही है। आज बर्तन बैंक की स्थापना की शुरुआत 12 वार्डो से महापौर नीरज पाल ने की है। 5 बर्तन बैंक पूर्व में खोले जा चुके है। महापौर नीरज पाल ने आज स्व सहायता समूह की महिलाओं को उनके व्यवसाय में बढ़ोतरी के लिए लाखों का चेक प्रदाय किया। चेक प्राप्त करने वाले स्व सहायता समूह की महिलाओं में मान्या स्व सहायता समूह शास्त्री नगर को 125000, सिया स्व सहायता समूह नेहरू नगर को 100000, आस्था स्व सहायता समूह के कैंप 1 को 100000, यशोदा स्व सहायता समूह अंबेडकरनगर को 190000, सना स्व सहायता समूह पावर हाउस को 210000, जय मां स्व सहायता समूह कांट्रैक्टर कॉलोनी को 380000 एवं अनीस रजा स्व सहायता समूह खुर्सीपार को 150000 का चेक बैंक लिंकेज लोन के तहत प्रदान किया गया। आवर्ती निधि बैंक लिंकेज के तहत सक्रिय समूह की महिलाओं को लोन दिया जाता है, व्यवसाय आरंभ करने के लिए दिए गए लोन को चुकाने के बाद इस प्रकार के लोन महिला समूह को प्रदान किए जाते हैं। इधर महिलाओं को आज बर्तन बैंक की स्थापना के लिए निगम ने बर्तन दिए। बर्तनों के साथ-साथ किराए पर देने के लिए कढ़ाई, मग, प्लेट, थाली, चम्मच, गिलास, कटोरा, चूल्हा, गंजी, कुर्सी, गद्दा, चादर, दरी, जार आदि भी कई महिला समूहों के पास उपलब्ध है। अब इन सामग्रियों को किराए पर देने का कार्य भी प्रारंभ किया जाएगा। जिससे होने वाले आय से महिलाएं और सशक्त बनेंगी। शहर को प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने की दिशा में आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने एक नई पहल की शुरुआत की है। प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग न कर विभिन्न कार्यक्रमों के उपयोग के लिए स्थापित बर्तन बैंक का उपयोग किया जा सकता है। नोडल अधिकारी प्रीति सिंह व राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के सहायक परियोजना अधिकारी फणींद्र बोस ने जानकारी देते हुए बताया कि बाजार रेट से कम रेट पर बर्तन किराए पर देने का प्रयास जाएगा, इसका मूल्य का निर्धारण निगम करेगी। प्राय: यह देखा जाता है कि विभिन्न कार्यक्रमों, समारोह, आयोजनों में पॉलिथीन, डिस्पोजल, प्लास्टिक, थर्माकोल आदि का उपयोग किया जाता है सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने के कारण तथा प्रतिबंधित प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने में बढ़ते हुए कदम के तहत निगम ने महिलाओं को बर्तन उपलब्ध कराया है। महिलाओं द्वारा बर्तन आदि को किराए पर देने का कार्य किया जाएगा। बर्तन बैंक की स्थापना के साथ ही इसका किराया निर्धारण भी किया जायेगा। शादी पार्टियों में प्लास्टिक को छोड़कर अब बर्तन इनके विकल्प के रूप में काम करेंगी। आज निगम सभागार में महिलाओं को चेक प्रदान करने तथा बर्तन बैंक की स्थापना करने के दौरान अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी, महापौर परिषद के सदस्य संदीप निरंकारी, मीरा बंजारे, नेहा साहू, मालती ठाकुर एवं रीता सिंह गेरा आदि मौजूद थे।