ऑनलाइन सट्टा: सफेदपोश की आड़ में काले कारनामे, जमीन दलाल और कबाड़ी सहित कई लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज
जल्द जारी होगा लुक आउट सर्कुलर
रायपुर। राजधानी रायपुर में ऑनलाईन सट्टे के बड़े सिंडिकेट का खुलासा हुआ है. पुलिस ने करीबन दर्जनभर बड़े सटोरियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर खोजबीन शुरू कर दी है. आरोप है कि शहर के नामी शिमर्स क्लब के संचालक नितिन मोटवानी उर्फ (चीकू) समेत कबाड़ी यूसुफ पोट्टी तक ऑनलाईन सट्टे के काले कारोबार में शामिल था. शहर में भीतर महादेव बुक, अन्नारेड्डी बुक समेत कई पैनल का काम धड़ल्ले से किया जा रहा था। आरोपियों ने सट्टे के काले पैसों से प्रदेशभर में कई कारोबार खुद को जोड़ लिया और सफेदपोश के आड़ में काले कारनामे करते रहें. जिसकी जांच अब पुलिस ने शुरू कर दी है. रायपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है. आरोपी कई राज्यों में ऑनलाईन सट्टा संचालित कर रहें थे. पुलिस टीम आरोपियों की तलाश में जल्द अन्य राज्य रवाना होगी. आरोपी बहुत जल्द पुलिस की गिरफ्त में रहेंगे।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शिमर्स क्लब, खमतराई स्थित स्क्रैप यार्ड समेत जमीनों का काम सिर्फ दिखावा था. आरोपियों का मुख्य काम ऑनलाईन के काले कारोबार का था, बताया जा रहा है कि इस सिंडिकेट का मुख्य सरगना यूसुफ पोट्टी था, जिसने अपने साथ दर्जनों लोगों को काले कारोबार में जोड़ दिया था. यूसुफ पोट्टी 2 साल पहले तक कबाड़ के काम से जाना जाता था, लेकिन देखते ही देखते यूसुफ ने ऑनलाईन सट्टे का बड़ा का शुरू कर दिया. पुलिस टीम आरोपियों के अन्य कारोबार की जानकारी जुटा रही है. रायपुर के सिविल लाईन थाना में खाईवाल यूसुफ पोट्टी समेत 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. लेकिन एफआईआर दर्ज होते तक सभी आरोपी अपने ठिकानों से फरार हो गए. पुलिस की स्पेशल टीम आरोपियों की तलाश के लिए एयरपोर्ट, रेल्वे स्टेशन समेत टोल नाकों की पड़ताल कर रही है . इतना ही नहीं आरोपी किन-किन लोगों के संपर्क में थे, इसकी भी अंदरूनी जांच की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक फरार आरोपियों की तलाश जारी है. आरोपी छत्तीसगढ़ छोड़कर अन्य राज्यों मे ऑनलाईन सट्टे का पैनल संचालित करते थे, फरार आरोपियों का लुक आउट सर्कुलर जारी किया जा रहा है और दावा है कि जल्द इनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक ऑनलाईन बैटिंग का मास्टरमाइंड यूसुफ पोट्टी महादेव एप के मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल का खास दोस्त था. सौरभ और रवि की हर एक पार्टियों के शामिल होने यूसुफ दुबई तक जाता रहा है. जिसकी जानकारी पुलिस के हाथों लगी है. ऑनलाईन सट्टा संचालित करने वाले लोगों को यूसुफ महादेव और अन्ना रेड्डी का पैनल बाँतटा था, जिसके एवज में लाखों रुपए कमीशन के रूप में आता था. आरोपियों की गिरफ्तारी से पुलिस को कई बड़े राज की जानकारी मिल सकती है.
इस पूरे सिंडिकेट का खेल कई राज्यों में फैला हुआ है. सिंडिकेट के मास्टरमाइंड यूसुफ, सागर, अजय, नवीन बत्रा और फैजू थे, इनके काम ओडिसा, हिमाचल, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, दिल्ली,आंध्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश समेत कई जगहों पर संचालित है. आरोपी रायपुर में रहकर अन्य राज्यों में सट्टे का काला कारोबार चला रहे थे. हालांकि पुलियसिया जांच में सौरभ और रवि उप्पल का नाम उजागर होने के बाद यूसुफ शहर में अपना मूवमेंट कम कर दिया था. सूत्रों का दावा है कि रायपुर में नितिन और सागर सट्टे का काम संभालते थे.