बिना डिमांड के अस्पताल के लिए दवा खरीदने तथा 50 करोड़ घाटाला मामले में लिपिक निलंबित

बिना डिमांड के अस्पताल के लिए दवा खरीदने तथा 50 करोड़ घाटाला मामले में  लिपिक निलंबित

कोरिया। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में अनाप-शनाप बिना डिमांड दवाओं की खरीदी और वाहन मद में लगभग 50 करोड़ के घोटाले की जांच के बाद जिला कलेक्टर ने लिपिक को निलंबित कर दिया वहीं तत्कालीन सीएमएचओ के विरूद्ध कार्रवाई के लिए राज्य सरकार को पत्र भेजा, दूसरी ओर राज्य सरकार ने उन्हें पुरस्कार स्वरूप बलरामपुर जिले के जिला अस्पताल का सीएस (अस्पताल अधीक्षक) बनाकर भेजा दिया है। वहीं मामले में सरगुजा संभागायुक्त संजय अलंग ने भी मामले में नए सिरे से जांच के आदेश जारी किए है। इस संबंध में जिला कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने बताया कि हमे शिकायत प्राप्त हुई थी जांच टीम बनाकर जांच करवाई गई, जिसके बाद सहायक ग्रेड 3 और तत्कालीन सीएमएचओ के खिलाफ कार्रवाई की गई है, सहायक ग्रेड 3 को निलंबित किया गया है जबकि तत्कालीन सीएमएचओ के खिलाफ राज्य सरकार को कार्रवाई की अनुशंसा की है। जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्व विभाग मेें कोविड 19 के समय से बीते 3 वर्षो में अनाप शनाप दवाओं की बिना डिमांड ना सिर्फ खरीदी की गई, कागजों पर दवाईयां आई और चेक कटते चले गए, दवाओं की खरीदी मेे दर का भी ध्यान नहीं रखा गया। अनाप शनाप दवाओं की खरीदी का मामला बीते एक वर्ष से सुर्खियों में है, शिकायत मिलने के बाद जांच टीम गठित कर जांच शुरू हुई, जांच टीम ने 4 महिने में जांच कर 1200 पृष्ठ का जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा। जिसके बाद कलेक्टर ने कार्रवाई की। जांच में काफी अनियमितताएं और भ्रष्टाचार की बाते सामने आई है।