नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश, संगमरमर के चूर्ण, मिट्टी और सिंथेटिक रंगों बनाया जा रहा था नकली खाद
ऑटो में बैठकर भूमि एग्रो इंडस्ट्रीज में में छापा मारने पहुंचे कृषि मंत्री
जयपुर। किशनगढ़ के उदयपुर कलां इलाके में चल रही नकली खाद बनाने वाली इकाई का राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने पर्दाफाश किया। यहां संगमरमर के चूर्ण, बजरी, मिट्टी और सिंथेटिक रंगों का उपयोग करके नकली खाद बनाया जा रहा था। यह घटना उस समय हुई जब मंत्री मीना किशनगढ़ के रलावता गांव में कृषि संकल्प अभियान के शुभारंभ समारोह में भाग लेने के बाद भीलवाड़ा जा रहे थे। दोपहर करीब 2 बजे मीना ने हाईवे पर एक वाहन देखा, जिस पर नकली खाद ले जाने का संदेह था। उन्होंने तुरंत अपनी कार रोकी और साथ चल रहे अधिकारियों को वाहन का पीछा करने का निर्देश दिया, जो उन्हें सीधे भूमि एग्रो इंडस्ट्रीज तक ले गया। निरीक्षण करने पर मंत्री ने पाया कि नकली खाद बनाने के लिए संगमरमर के कचरे, बजरी और पेंट का इस्तेमाल किया जा रहा था। गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार को भी 12 फैक्ट्रियां सील की गई थीं। इनमें से अधिकांश फैक्ट्रियाँ बिना लाइसेंस के संचालित हो रही थीं। इस पूरे ऑपरेशन को कृषि विभाग ने डिकॉय टीम बनाकर गुप्त रूप से अंजाम दिया है।
काले संगमरमर के पाउडर को डीएपी, सफेद पाउडर को एसएसपी और भूरे रंग के पाउडर को पोटाश के रूप में बेचा जा रहा था। नकली ब्रांड लेबल वाले पैकेज्ड उर्वरक भी बड़ी मात्रा में पाए गए, साथ ही खाली बैग, भरने के उपकरण और लेबलिंग सामग्री भी मिली। इतने बड़े पैमाने पर उत्पादन कई सालों से चल रहा था, जिस पर सरकारी अधिकारियों और कानून प्रवर्तन दोनों का ध्यान नहीं गया। यह कृषक समुदाय के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है।