बेंगलुरु में भारी बारिश ने तोड़ा 32 साल का रिकार्ड
स्कूल जाने विद्यार्थी नाव तो नौकरीपेशा वाले ट्रैक्टर का ले रहे सहारा
बेंगलुरु (एजेंसी)। बेंगलुरु में रात भर हुई मूसालाधार बारिश के कारण सोमवार को कई इलाकों में पानी भर गया और राहत कार्यों के लिए नौकाओं तथा ट्रैक्टरों को लगाना पड़ा, वहीं लोगों ने कथित कुप्रबंधन के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया। शहर में अनेक झील, तालाब और नाले लबालब भरे हैं और निचले इलाकों में घरों में पानी भर गया है जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। बाढ़ग्रस्त सड़कों पर गुजरने में और अपने गंतव्यों तक पहुंचने में बेंगलुरु वासियों को बहुत मशक्कत करनी पड़ी। हवाई अड्डा भी जलभराव से अछूता नहीं रहा।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि 1-5 सितंबर तक शहर के कुछ हिस्सों में सामान्य से 150 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। वहीं,महादेवपुरा, बोम्मनहल्ली और के आर पुरम क्षेत्रों में सामान्य से 307 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। यह पिछले 32 वर्षों (1992-93) की तुलना में सबसे अधिक वर्षा है। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु में 164 झीलों को जोड़ने से पानी भर गया है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बेंगलुरू में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बीच सोमवार रात कहा कि सरकार ने शहर में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए 300 करोड़ रुपये जारी करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने रात में वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें राज्य, विशेष रूप से राजधानी शहर में बारिश और बाढ़ की स्थिति और इससे हुए नुकसान का जायजा लिया गया।
राज्य सरकार ने राज्य भर में बारिश और बाढ़ की स्थिति के प्रबंधन के लिए 600 करोड़ रुपये जारी करने का फैसला किया है। बोम्मई ने कहा कि सड़क, बिजली के खंभे, ट्रांसफार्मर, स्कूल आदि जैसे क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे को बहाल करने के लिए 300 करोड़ रुपये अकेले बेंगलुरु के लिए रखे गए हैं।