कबड्डी के अच्छे खिलाड़ी के कारण नाबालिग दास्तों ने कक्षा 6 वीं के समीर को उतारा मौत के घाट
थाना अण्डा क्षेत्रांतर्गत ग्राम रूदा में घटित अपहृत बालक की हत्या के मामले का खुलासा
खुलासा करने वाले टीम को पुलिस अधीक्षक करेंगे सम्मानित
भिलाई। अंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रुद्रा में दीपावली के दिन हुए कक्षा 6 वीं में अध्ययनरत 12 वर्षीय बालक की हत्या मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। मृतक समीर कबड्डी का अच्छा खिलाड़ी था। उसकी पकड़ अच्छी थी जिससे दूसरे दोस्त चिढ़ते थे और ये ही हत्या का कारण बना। पुलिस ने इस हत्या के मामले में दो नाबालिकों को गिरफ्तार किया है। इसमें से एक नाबालिग आरोपी कक्षा 8 वीं तथा एक कक्षा 12वीं में अध्ययरत हैं। आरोपियों ने पुलिस पकड़ से बचने मनगड़ंत कहानी भी बनाई थी, जिसके कारण पुलिस ने संदेह के तौर पर मृतक के पड़ोसी दम्पत्ति को गिरफ्तार भी किया था। पुलिस ने जब दम्पत्ति और दोनों नाबालिगों को आमने सामने बिठाया तो सारी सच्चाई सामने आ गई। हत्या के आरोप में गिरफ्तार दोनों नाबालिगों में से एक ने बताया कि वे फ्री फायर गेम का आदि था। पैसे के लिए लोहा-टीना चोरी कर कबाड़ी के पास बेचता था। उससे जो पैसे मिलते उसे वह फ्री फायर गेम में लगा देता था।
मिली जानकारी के अनुसार विगत 21 अक्टूबर 2022 को प्रार्थी खिलेश्वर प्रसाद साहू निवासी ग्राम रूदा ने थाना अण्डा में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि उसका नाबालिग पुत्र समीर साहू उर्फ संतु उम्र तकरीबन 10 वर्ष खेलने जाने की बात कहकर घर से निकला था, जो कि शाम को 6 बजे तक घर नहीं लौटा। रिपोर्ट पर थाना अण्डा में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 363 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। अपहृत बालक की पतासाजी की जा रही थी कि इसी दौरान 24 अक्टूबर 2022 को ग्राम रूदा में नर्सरी के पास में अपहृत बालक समीर साहू उर्फ संतु का शव हाथ पैर रस्सी से बंधा हुआ, बोरे में भरा मिला।
उक्त सनसनीखेज घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुये पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग बद्रीनारायण मीणा (भा.पु.से.) के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव (भा.पु.़से.) के द्वारा स्वयं घटना स्थल उपस्थित होकर घटना स्थल का अवलोकन किया गया। हत्या की घटना में संलिप्त अज्ञात आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी एवं पतासाजी करने हेतु आवश्यक निर्देश दिये गये, जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अनन्त साहू, नगर पुलिस अधीक्षक, (छावनी) प्रभात कुमार (भा.पु.से.), पुलिस अनुविभागीय अधिकारी (पाटन) देवांश राठौर एवं उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) नसर सिद्दीकी (रा.पु.से.) के मार्गदर्शन में एवं ए.सी.सी.यू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा, थाना प्रभारी अण्डा निरीक्षक अम्बिका प्रसाद ध्रुव नेतृत्व में एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग की विशेष टीम गठित कर आरोपियों की शीघ्र पतासाजी कर गिरफ्तारी हेतु लगाया गया।
टीम द्वारा घटना स्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण कर ग्राम रूदा में केम्प कर घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीव्ही कैमरों के फूटेज प्राप्त कर उनका सूक्ष्मता से अवलोकन प्रारंभ किया गया। लगभग 50 से अधिक मोबाईल नंबरों का सुक्ष्मता से विष्लेषण किया गया मृतक अपहृत बालक के परिजनों से विस्तृत पूछताछ कर आवष्यक जानकारी जुटाई गई, मृतक बालक के सहपाठी व साथ में खेलने वाले बच्चों से विस्तृत पूछताछ की गई साथ ही साथ मृतक बालक से संबंधित गांव के व आस-पास के गांव के तकरीबन 250 लोगों से पृथक-पृथक पूछताछ की गई। जिसके परिणाम स्वरूप टीम द्वारा संदेह के कुछ बिन्दु तय कर सिलसिलेवार उन बिन्दुओं के आधार पर पतासाजी की जा रही थी। घटना के बाद से लगातार अलग-अलग समय पर बार-बार पूछताछ कर कथन लिया जा रहा था, मृतक समीर को अंतिम बार गांव के ही उसके 02 नाबालिग साथियों के साथ देखा गया था, उक्त दोनो साथियों से लगातार अलग-अलग समय पर पूछताछ करने पर बता रहे थे कि खेलने के बाद मृतक समीर को रोड में छोड़कर हम अपने-अपने घर चले गये किन्तु ग्रामिणों के कथन में उक्त तीनो दोस्तो को आते हुये देखने की बात नही आ रही थी, जबकि दोनो विधि के विरूद्ध संघर्षरत् बालक गांव तक मृतक समीर के साथ आना बता रहे थे जिससे टीम को कुछ विरोधाभाष प्रतीत हुआ जिसके आधार पर मृतक के दोनो साथियों से पुन: पूछताछ किया गया जो कि सीताफल तोडऩे की बात को लेकर गांव के ही एक बुजुर्ग दम्पत्ति के द्वारा समीर साहू की हत्या कर देना, जिसे स्वयं के द्वारा देखने की झूठी कहानी गढ़कर गुमराह करते रहे, किंतु तथ्यात्मक आधार पर उक्त दोनों विधि के विरूद्ध संघर्षरत् बालकों से सघन पूछताछ करने पर उनके द्वारा घटना का खुलासा करते हुये बताया गया कि दोनों, मृतक समीर साहू के साथ नियमित रूप से खेलते कुदते थे। मृतक समीर कबड्डी खेलने के दौरान अच्छा रेड करता था और इन दोनों को अक्सर गाली-गलौच करता था जिससे दोनों मृतक बालक से चिढ़ते थे। इन्ही कारणों से दिनांक 19.10.2022 को दोनो साथ मिलकर समीर की हत्या करने की प्लानिंग किये जिसके लिये गांव के किराना स्टोर्स से प्लास्टिक की बोरा सिलने की रस्सी, सूजा और बोरे का इंतेजाम किये, दिनांक 21.10.2022 को शाम को कबड्डी खेलने के बाद बाकी साथियों के घर चले जाने के बाद दोनो विधि के विरूद्ध संघर्षरत् बालक मृतक बालक समीर साहू को गांव के ही नर्सरी के तरफ ले गये और मुंॅह एवं नांक दबाकर सिर के पीछे पत्थर से चोट पहुंचाकर हत्या कर दिये। जिसके पष्चात् दोनो मिलकर पहले से नर्सरी में छिपाकर रखे गये रस्सी से मृतक बालक के हाथ और पांव को बांध कर प्लास्टिक के बोरे में भरकर वही नर्सरी के पास छोड़कर सूजा व पत्थर वही आस-पास फेंककर अपने-अपने घर आ गये थे। उक्त दोनो विधि के विरूद्ध संघर्षरत् बालको के निषानदेही पर घटना में प्रयुक्त बोरा सिलने का सूजा व पत्थर बरामद किया गया। घटना के संबंध में दोनो एक राय होकर पुलिस के द्वारा पूछताछ करने पर सीताफल तोडऩे की बात को लेकर गांव के ही बुजुर्ग दंम्पत्ति के ऊपर संदेह जाहिर करने की योजना बना लिये थे। अग्रिम कार्यवाही थाना अण्डा से की जा रही है।
इस कार्रवाई में थाना अण्डा से सउनि सुंदर लाल नेताम, दिनेष वर्मा, झग्गर सिंह टण्डन, चंद्रशेखर सोनी, महिला प्र.आर. जेस्मिका, प्र.आर.कमलेष साहू, धन्नू राम, आरक्षक अजय ढि़मर, रामेष्वर कोमा, हिम्मत सिंह, भवानी जगत महिला आरक्षक तृप्ति ध्रुवे तथा एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट के सउनि पूर्णबहादूर, शमित मिश्रा, प्र.आर.चंद्रशेखर बंजीर, रोमन सोनवानी, आरक्षक पंकज चतुर्वेदी, राजकुमार चंद्रा, अश्विनी यदु, जुगनु सिंह, शहबाज खान, विक्रान्त कुमार, अनुप शर्मा की उल्लेखनीय भूमिका रही।