श्रद्धालुओं ने महाप्रभु के नवयौवन रूप का किया दर्शन, धूमधाम से मना नेत्र उत्सव, रथ यात्रा कल

श्री जगन्नाथ मंदिर, सेक्टर-4 में नेत्र उत्सव हर्षोल्लास से सम्पन्न

श्रद्धालुओं ने महाप्रभु के नवयौवन रूप का किया दर्शन, धूमधाम से मना नेत्र उत्सव, रथ यात्रा कल

भिलाई। श्री जगन्नाथ मंदिर सेक्टर - 4 में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी महाप्रभु श्री जगन्नाथ  की 54 वें रथयात्रा महोत्सव मनाया जाएगा। आज 19 जून  को महाप्रभु का नेत्र उत्सव कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया ।
सोमवार को श्री जगन्नाथ मंदिर, सेक्टर 4 में नेत्र उत्सव का आयोजन परम्परा अनुसार किया गया। देव स्नान पूर्णिमा के पश्चात लंबी बिमारी के बाद आज महाप्रभु श्री जगन्नाथ के मंदिर के पट खोले गये। नेत्र उत्सव के पारम्परिक पूजा अर्चना हवन-पूजन के पश्चात् मंगलध्वनि व घंटावादन के साथ श्रद्धालुओं ने प्रभु का प्रथम दर्शन किया। नेत्र उत्सव के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं ने महाप्रभु के नवयौवन रूप का दर्शन किया।
इस उत्सव को सफल बनाने में जगन्नाथ समिति के अध्यक्ष वीरेन्द्र सतपथी व महासचिव सत्यवान नायक सहित समिति के पदाधिकारी भीम स्वांई, त्रिनाथ साहू, अनाम नाहक,बसंत प्रधान, डी त्रिनाथ, बीसी बिस्वाल, वृंदावन स्वांई, सुशान्त सतपथी, प्रकाश दास, कालू बेहरा, निरंजन महाराणा, रंजन महापात्र, प्रकाश स्वांई,एस सी पात्रो,जगन्नाथ पटनायक,रवि स्वांई, बीस केशन साहू, कवि बिस्वाल, सीमांचल बेहरा,वी के होता,हिमांशु शांती,सुदर्शन शांती, संतोष दलाई, श्याम दलाई, कैलाश पात्रो ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस उत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।  भारी भीड़ के मध्य सम्पन्न नेत्र उत्सव के पश्चात् महाप्रभु मौसी के घर जाने के लिये तैयार हुये। 
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश करेंगे छेरा पंहरा
महाप्रभु श्री जगन्नाथ की रथयात्रा 20 जून मंगलवार को दोपहर 1-30 बजे सेक्टर-4, सड़क-15 स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर से प्रारंभ होकर सेंट्रल ऐवेन्यु होते हुये सेक्टर-10 में निर्मित गुंण्डिचा मंडप में पंहुचेगी। इसमें मुख्य अतिथि के रुप में प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं उच्च शिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय के करकमलों से छेरा पंहरा का धार्मिक अनुष्ठान संपंन्न किया जायेगा। पुरी में यह परम्परा पुरी के महाराज सम्पन्न करते है। इस पवित्र व महत्वपूर्ण कार्यक्रम को सम्पन्न करने हेतु मंदिर प्रांगण में दोपहर 1-30 बजे उपस्थित होकर महाप्रभु श्री जगन्नाथ का पुण्य दर्शन प्राप्त करें।