दुर्ग पुलिस ने किया 3 करोड़ के जेवरात व नगदी चोरी का खुलासा

5000 किमी की दूर तय कर दुर्ग पुलिस ने आरोपी अक्षय ईरानी को गोवा में पकड़ा

दुर्ग पुलिस ने किया 3 करोड़ के जेवरात व नगदी चोरी का खुलासा

आरोपी के खिलाफ महाराष्ट्र के विभिन्न थानों में चोरी-नकबजनी, लूट, डकैती के प्रयास एवं एक्सटॉर्सन के तकरीबन 41 आपराधिक मामले हैं दर्ज, 12 साल रहा नागपुर के जेल में बंद 

भिलाई। पदमनाभपुर क्षेत्र के सुने मकान में घटित नकबजनी के मामले का खुलासा   आज पुलिस आधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने किया। गत दिनों दुर्ग में करीब तकरीबन 2 करोड़ रूपए से अधिक सोने-चांदी के जेवरात व नगदी रकम की चोरी हुई थी। चोर का पीछा करते हुए पुलिस 5000 किमी का सफर तय करते हुए गोवा पहुंची और आरोपी अक्षय ईरानी हाल निवासी तितुरडीह को धरदबोचा। आरोपी के विरूद्ध नागपुर महाराष्ट्र में के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चोरी-नकबजनी, लूट, डकैती के प्रयास एवं एक्सटॉर्सन के तकरीबन 41 आपराधिक मामले दर्ज हैं। आरोपी करीब 12 साल नागपुर के जेल में बंद रहा। दुर्ग पुलिस की इस प्रशंसनीय कार्रवाई पर आईजी आनंद छाबड़ा ने 25 हजार रुपए पुरस्कार की घोषणा की है। साथ ही इस कार्रवाई के दौरान टीम में शामिल पुलिस अधीक्षकार व कर्मचारियों को प्रशस्ती पत्र भेंट कर सम्मानित भी किया गया।  
पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि दिनांक 07.02.2023 को प्रार्थी पंकज राठी निवासी आदर्श नगर दुर्ग ने चौकी पदमनाभपुर थाना दुर्ग में रिपोर्ट दर्ज कराई कि दिनांक 05.02.2023 को शाम 04 बजे के करीब अपनी पत्नि, भाई, भाभी, मा-पिता जी एवं बच्चों के साथ अपने घर ताला बंद करके रिश्तेदार के घर विवाह समारोह में सम्मिलित होने हेतु रायपुर गया हुआ था। दिनांक 06.02.2023 की रात्रि 12 बजे घर वापस आकर देखा तो कोई अज्ञात व्यक्ति मेन गेट के लोहे का दरवाजा खोलकर घर के गेट का ताला तोड़कर आलमारी का लॉक तोड़कर आलमारी रखे माँ, भाभी एवं पत्नि के सोने के आभूषण करीब 200 तोला एवं चाँदी का बर्तन एवं सिल्ली तकरीबन 15 किलोग्राम एवं नगदी रकम करीबन 10 लाख रूपये को चोरी कर ले गया है कि रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक- 111/2023 थारा 457,380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
जिले में लगातार घटित हो रही नकबजनी की घटनाओं को अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुये पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग डॉ. आनंद छाबड़ा (भा.पु.से.) एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव (भा.पु.से.) द्वारा आरोपी की शीघ्र पतासाजी कर माल बरामदगी करने हेतु निर्देशित किया गया। जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव (रा.पु.से.), नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग वैभव बैंकर रमनलाल (भा.पु.से.), उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) प्रभात कुमार (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में ए. सी.सी.यू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा व चौकी पदमनाभपुर प्रभारी निरीक्षक राजीव तिवारी के नेतृत्व में ए.सी.सी. यू, चौकी पदमनाभपुर एवं दुर्ग सिविल टीम की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था।
टीम द्वारा संदेहियों पर निगाह रखी जा रही थी, आदतन अपराधियों व जेल से रिहा हुये अपराधियों से पूछताछ कर पतासाजी के प्रयास किये जा रहे थे विशेष सूत्र भी लगाये गये थे एवं आसपास के मार्गो में लगे सीसीटीवी कैमरो का सूक्ष्मता से अवलोकन किया गया, अवलोकन के दौरान एक संदेही का फुटेज घटना के अनुमानित समय पर प्राप्त हुआ था, प्राप्त फूटेज के आधार पर उस संदेही के घटना स्थल आवागमन के समय अनुसार लगातार मार्गो पर लगे सीसीटीवी के माध्यम से अवलोकन करते हुये पीछा किया गया जो कि ग्रीन चौक मोहन नगर दुर्ग तक निरतंर दिखाई देता रहा किंतु ग्रीन चौक रात्रि के समय भी काफी भीड़-भाड़ वाला स्थान होने से संदेही की पहचान करने में काफी असुविधा हो रही थी।  इसके बावजूद भी टीम द्वारा आगे जाने के सभी मार्गों में लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया गया जिससे आरोपी का एक निश्चित निवास का दायरा तय किया जा सका एवं स्थानीय विशेष सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर आरोपी की पहचान अक्षय ईरानी हाल निवासी तितुरडीह के रूप में सुनिश्चित की जा सकी। पहचान सुनिश्चित होने के उपरांत विशेष सूत्रों के माध्यम से आरोपी के निवास, स्थानीय संबंध, दोस्तो एवं परिवार के व्यक्तियों के संबंध में विस्तृत जानकारी एकत्र की गई जिससे पता चला कि आरोपी अक्षय भैसारे मूलत: मिनीमाता नगर कलमना नागपुर महाराष्ट्र का निवासी है जिसके विरुद्ध नागपुर महाराष्ट्र के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चोरी- नकबजनी, लूट, डकैती के प्रयास एवं एक्सटॉर्सन के तकरीबन 41 आपराधिक मामलें दर्ज है। आरोपी पूर्व में अपने पड़ोस मे ही रहने वाली किसी ईरानी युवती से प्रेम विवाह कर युवती के साथ छ.ग. आ गया था जो कि पिछले 01 साल से केलाबाड़ी, भाटापारा एवं तितुरडीह दुर्ग में अपनी पत्नि के साथ निवास कर रहा था। आस-पास के लोगो को टोपी चश्मा बेचने का व्यवसाय करने की बात बताता था जबकि वास्तविकता में वह दिनभर घूमते रहता व रात में चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। आरोपी के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त होने के उपरांत तकनीकी आधार पर आरोपी की उपस्थिति पता करने पर मुंबई व गोवा में होना पता चला।
आरोपी के संबंध में प्राप्त विस्तृत जानकारी से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया जिनके निर्देशन एवं मार्गदर्शन में आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तारी करने हेतु नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग वैभव बैंकर रमनलाल (भा.पु.से.) के नेतृत्व में 11 सदस्यीय टीम गठित कर अधिग्रहित वाहनों में मुबंई एवं गोवा रवाना किया गया। टीम द्वारा लगातार आरोपी की उपस्थिति की जानकारी प्राप्त करते हुये गोवा पहुंच कर गोवा के मापुसा क्षेत्र में पतासाजी किया जाता रहा। गोवा में अलग-अलग क्षेत्रों में विभाजीत होकर टीम के सदस्य फोटो के आधार पर आरोपी की पतासाजी करते रहे इसी दौरान तकनीकी माध्यम से आरोपी की उपस्थिति एन्जुना बीच गोवा में होना पता चलने पर बहुत ही कम समय में अलग-अलग क्षेत्रों में पतासाजी कर रही टीमें बेहतरीन आपसी समन्वय स्थापित कर यथासंभव स्थानीय साधनों के माध्यम तत्काल एन्जुना बीच पहुंच कर आरोपी की गतिविधियों का लगातार अवलोकन करते रहे बीच से बाहर निकलते ही उसे घेराबंदी कर पकडऩे में सफलता प्राप्त हुई। टीम द्वारा घटना के बाद से लगातार आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने एवं पतासाजी कर माल बरामदगी एवं गिरफ्तारी का प्रयास किया जाता रहा। टीम द्वारा लगातार 5000 किलोमीटर का सफर बिना रूके 03 दिनों में पूरा करते हुये आरोपी को गिरफ्तार करने एवं चोरी की मशरूका बरामद करने में सफल रहे। आरोपी से पूछताछ करने पर उक्त घटना के साथ ही विगत 01 वर्ष के दौरान जिले के अन्य क्षेत्रों में भी नकबजनी की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया गया। विस्तृत पूछताछ करने पर आरोपी के द्वारा करीब 01 सप्ताह पूर्व आदर्श नगर दुर्ग में अपनी मैस्ट्रो दुपहिया वाहन से रेकी करने के बाद एक सूने मकान के दरवाजे का ताला तोड़कर आलमारी में रखे सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को चोरी करने के बाद सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को एक बैग में भरकर अपनी मैस्ट्रो वाहन में रखकर ले जाना, जिसमें से सोने-चांदी के जेवरात को अपने ससुराल भाटापारा के घर की बाड़ी में जमीन में गड्ढा खोदकर गड़ा कर छिपाना एवं नगदी रकम को तकिया के अंदर भरकर सिलाई करके रखना, कुछ नगदी रकम अपने साथ रखकर गोवा घूमने आना व खर्च करना बताया जिससे टीम द्वारा लगातार सफर करते हुये वापस आकर भाठापारा से चोरी गई सोने-चांदी की मशरूका व शेष नगदी रकम को बरामद कर जप्त किया गया। चोरी के अन्य मामलों में आरोपी के द्वारा घटित किया जाना बताने के संबंध में टीम द्वारा विस्तृत पूछताछ कर तस्दीक कार्यवाही की जा रही है। आरोपी के विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही चौकी पदमनाभपुर से की जा रही है।

इनका किया गया सम्मान ...
गिरफ्तारी एवं मशरूका बरामदगी टीम
1. नगर पुलिस अधीक्षक (दुर्ग) श्री वैभव बैंकर रमनलाल (भा.पु.से.) 2. निरीक्षक संतोष मिश्रा प्रभारी एसीसीयू दुर्ग
3. निरीक्षक राजीव तिवारी चौकी प्रभारी पदमनाभपुर
4. सउनि पूर्ण बहादुर एसीसीयू दुर्ग
5. सउनि शमित मिश्रा एसीसीयू दुर्ग 6. प्र. आर. संतोष मिश्रा थाना पुलगांव
7. आरक्षक अनुप शर्मा एसीसीयू दुर्ग
8. आरक्षक जुगनू सिंह एसीसीयू दुर्ग 
9. आरक्षक 928 उपेन्द्र यादव एसीसीयू दुर्ग
10. आरक्षक प्रदीप ठाकुर एसीसीयू दुर्ग
11. आरक्षक फारूख खान एसीसीयू दुर्ग
12. आरक्षक धीरेन्द्र यादव एसीसीयू दुर्ग

सीसीटीवी अवलोकन एवं स्थानीय पतासाजी टीम
1. प्र. आर. सत्येन्द्र मढ़रिया एसीसीयू दुर्ग
2. आरक्षक जगजीत सिंह एसीसीयू दुर्ग
3. आरक्षक तिलेश्वर राठौर एसीसीयू दुर्ग 4. आरक्षक 789 विक्रान्त कुमार एसीसीयू दुर्ग
5. आरक्षक नरेन्द्र सहारे एसीसीयू दुर्ग
6. आरक्षक रिंकू सोनी एसीसीयू दुर्ग
7. आरक्षक सनत भारती एसीसीयू दुर्ग 
8. आरक्षक शोभित सिन्हा एसीसीयू दुर्ग
9. आरक्षक कोमल राजपुत एसीसीयू दुर्ग
10. आरक्षक खुर्रम बक्श एसीसीयू दुर्ग
11. आरक्षक डिकेश सिन्हा एसीसीयू दुर्ग 
12. आरक्षक संतोष एसीसीयू दुर्ग
13. आरक्षक चित्रसेन साहू एसीसीयू दुर्ग
14. आरक्षक केशव साहू एसीसीयू दुर्ग 
15. आरक्षक 1544 जावेद खान सिविल टीम दुर्ग
16. आरक्षक प्रशांत पाटनकर सिविल टीम दुर्ग 
17. आरक्षक नासिर बक्श सिविल टीम दुर्ग
18. आरक्षक किशोर सोनी सिविल टीम दुर्ग
19. आरक्षक थामस पीटर सिविल टीम दुर्ग
20. आरक्षक कमलेश यादव सिविल टीम दुर्ग
21. आरक्षक भरथरी निषाद सिविल टीम दुर्ग
22. आरक्षक गौर सिंह सिविल टीम दुर्ग