भागवत कथा सुनने दूसरे दिन भी उमड़े श्रद्धालु
भिलाई। दिव्य ज्योति सेवा समिति भिलाई द्वारा जयंती स्टेडियम में भागवत कथा के द्वितीय दिवस परम पूज्य देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने कथा का दूसरा अध्याय का प्रारंभ करते हुए बताया कि माता पार्वती भी कथा का श्रवण करते करते निद्रा में लीन हो गई थी जिसके कारण सुखदेव जी ने पूरा अमृत्व भागवत कथा को श्रवण किया। अंत में भगवान शंकर ने माता पार्वती से पूछा की पूरा कथा श्रवण किए या नहीं। तो माता पार्वती ने बताया कि मुझे निद्रा आ गई थी इस हेतु अमृत्व भागवत कथा का पूर्ण श्रवण नहीं कर पाई। इसका कारण बताते हुए महाराज जी बताया कि यह पाप दोष के कारण होता है। महाराज जी ने आगे बताया कि धृतराष्ट्र को भी जीव हत्या के कारण अपने कर्मो का फल भोगना पड़ा जिससे सभी पुत्र मारे गए यह भी पूर्व जन्म के दोष के कारण हुआ। महाराज जी ने जोर देकर गौ सेवा में पूर्ण अपनी सह भागीयता प्रदान करने को कहा जिससे मानव जीवन का उद्धार हो एवं जीवन सुखमय हो। अंत में सनातन धर्म पर अपना पक्ष रखते हुए महाराज जी ने कहा कि सनातन धर्म किसी का अपमान नहीं करता बल्कि सभी का समान करता है लेकिन कोई अन्य सनातन धर्म का अनादर करे तो सहन करने का इजाजत भी नहीं देता। युवा वर्ग को समझाते हुए कहा की अपने माता पिता एवम् अपने राष्ट्र ,धर्म का आदर एवम सम्मान करे तभी प्रगति के पथ पर आगे बढ़ेंगे जिससे युवाओं का कल्याण होगा ।भिलाई ,छत्तीसगढ़ वासियों को भागवत कथा सुनने का अवसर मिल रहा है यह सुंदर व्यवस्थित आयोजन के साथ सह परिवार आकर भागवत कथा का श्रवण करे और अपना एवम् अपने परिवार का कल्याण करे।कथा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। सभी भक्त गणों को दिव्य ज्योति सेवा समिति द्वारा प्रसादी वितरण किया गया।