वकील ने सरकारी टेंडर दिलाने के नाम पर दुर्ग-भिलाई के इंजीनियर से की 58 लाख सहित दूसरे राज्यों में करीब 10 करोड़ के ठगी को दिया अंजाम
रायपुर। रायपुर पुलिस ने सरकारी टेंडर दिलाने के नाम पर देव सिन्हा (फेक वकील) को गिरफ्तार किया है जिन्होंने दुर्ग-भिलाई के एकेबी इंजीनियरिंग कंपनी के प्रोपराइटर अनिल कुमार बंछोर के साथ 58 लाख 50 हजार की ठगी की है। ठगी के इस कार्य में सूरज विश्वकर्मा भी आरोपी का साथ दिया था जो अभी फरार है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने 100 से ज्यादा लोगों से करोड़ों की ठगी की गई।
मिली जानकारी के अनुसार लोगों को ठगने के लिए इसने सी.पी.डी.एल सविर्सेज प्रा.लिमिटेड नाम की फर्म भी खोल रखी थी। आॅफिस में बुलाकर लोगों को झांसे में लिया करता था। ठगी के कांड में इसका साथी सूरज विश्वकर्मा भी शामिल था। सूरज फिलहाल फरार है। ये जब भी कारोबारियों से मिलता था तो खुद को वकील बताता था। इसने तो खुद का पेट नेम भी वकील ही रखा हुआ था, कहता था लोग मुझे वकील के नाम से जानते हैं। ठग का असल नाम देव सिन्हा है। लोग इस पर विश्वास कर सकें, इसलिए देव सिन्हा न सिर्फ खुद को वकील बताता था बल्कि कई सरकारी अधिकारियों और मंत्रियों का केस लड?े जैसे दावे करता था। ये भी कहता था कि वो सरकारी विभागों में विधिक अफसर है। पुलिस को इस ठग के पास से कुछ आई कार्ड्स भी मिले हैं।
पेशे से इंजीनियर अनिल कुमार बंछोर ने पुलिस को बताया कि जिला-कोरिया में आॅप्टिकल फाइबर केबल बिछाने का 22 करोड़ 50 लाख रुपए का ठेका दिलाने के नाम पर साल 2020 में देव सिन्हा और उसके साथी ने 18 लाख रुपए लिए। इसके बाद कुछ और बहाने बनाकर रुपए लेकर कुल 58 लाख 50 हजार की ठगी हो गई। देव और सूरज फरार हो गए और तब से पुलिस को इनकी तलाश थी।