मंत्री चौबे के बंगले के बाहर विधवा महिलाओं ने मांगी नौकरी की भीख

मंत्री चौबे के बंगले के बाहर विधवा महिलाओं ने मांगी नौकरी की भीख

रायपुर। रायपुर में सोमवार को अनुकंपा नियुक्ति संघ की महिलाओं ने मंत्री रविंद्र चौबे के बंगले में भीख मांगकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी महिलाओं ने हाथ में कटोरा लेकर मंत्री के बंगले में जाकर नौकरी के लिए भीख मांगीं। जिसके बाद पुलिस ने महिलाओं को हिरासत में ले लिया।
जानकारी के अनुसार सोमवार दोपहर पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ की कुछ महिलाएं अचानक पंचायत मंत्री रविंद्र चौबे के बंगले में पहुंच गईं। ये बंगले के मुख्य दरवाजे पर हाथों में कटोरा लेकर खड़ी हो गईं और नौकरी के लिये भीख मांगने लगीं। इसके बाद तत्काल बंगले के सिक्योरिटी वालों ने उन्हें हटाने की कोशिश की लेकिन महिलाएं हटने को तैयार नहीं थी। जिसके बाद सिविल लाइन पुलिस को सूचना दी गई। मंत्री के बंगले में इस तरह के प्रदर्शन से हड़कंप मच गया। जिसके बाद महिला पुलिस को बुलाकर उन्हें हिरासत में लिया गया। इस पूरे घटना के बीच मंत्री रविन्द्र चौबे भी बंगले में पंहुच गए लेकिन प्रदर्शनकारी महिलाओं से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी।
पुलिस ने महिलाओं को सिविल लाइन थाने ले गई। जहां उनसे मिलने बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास पहुंचे। उन्होंने महिलाओं से मिलना चाहा। साथ ही हिरासत में लेने का कारण पूछा। तो पुलिसवालों ने उन्हें जानकारी देने और प्रदर्शनकारी महिलाओं से मिलवाने से मना कर दिया। जिसके बाद गौरीशंकर थाने के बाहर ही धरने पर बैठ गए। मामला बिगड़ता देख पुलिस अधिकारियों ने महिलाओं को छोड़ दिया। गौरीशंकर अग्रवाल ने  कहा कि सरकार असंवेदनशील हो चुकी है। यह महिलाएं पिछले 45 दिनों से धरना दे रही है और किसी को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। वहीं संघ की प्रदेश अध्यक्ष माधुरी मृघे ने कहा प्रियंका गांधी महिलाओं को मजबूत करने आरक्षण देने की बात करती है। लेकिन यहां हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। छत्तीसगढ़ राज्य की विधवा बहू बेटियां भीख मांगने के लिए मजबूर हो गई है।