कुम्हारी थाना क्षेत्र में हुए सामूहिक हत्याकांड के मामले का पर्दाफाश, तीन आरोपी गिरफ्तार
अवैध संबंध से उपजा आपसी वैमनस्यता तथा भाई के साथ पैसे के लेन-देन का विवाद बना घटना की वजह
घटना में प्रयुक्त आलाजरब, खुन से सने आरोपियों के कपड़े व लूटी गई सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम 7,92,400/- बरामद।
भिलाई। दुर्ग जिला पुलिस ने कुम्हारी में हुए सामूहिक हत्याकांड का आज शुक्रवार को खुलासा कर दिया। इस हत्याकांड के आरोप में पुलिस ने मृतक के भाई सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस सामूहिक हत्या का कारण अवैध संबंध से उपजा आपसी वैमनस्यता तथा पैसे के लेन-देन का विवाद बताया गया।
पत्रकारवार्ता में उपस्थित पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि विगत 29 सितंबर को प्रात: 7 बजे थाना प्रभारी कुम्हारी सुधांशु बघेल को जरिये मोबाईल सूचना प्राप्त हुई कि टंडन बाडी कपसदा खार में मुख्य द्वार के पास एक व्यक्ति चित हालत में पड़ा हुआ है, मृत हालत में लग रहा है। थाना प्रभारी कुम्हारी द्वारा तत्काल आवश्यक वैधानिक कार्यवाही करते हुए घटनास्थल रवाना हुआ। घटनास्थल पहुंचने पर वरिष्ठ अधिकारियों पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय ध्रुव एवं नगर पुलिस अधीक्षक कौशलेंद्र पटेल को घटना की परिस्थिति से अवगत कराया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा एफएसएल, फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ, डॉग स्क्वाड, फोटो-वीडियो ग्राफी शाखा एवं तकनीकी शाखाओं को तत्काल अवगत करा कर तलब किया गया। घटनास्थल में उपस्थित ग्रामीणों से मौका परिस्थिति संदेही के संबंध में पूछताछ की गयी, जो ग्राम वासियों द्वारा उनके नाम का खुलासा न किये जाने की शर्त में घटना रात्रि ग्राम से दो व्यक्ति आकाश मांझी, टीकम दास धृतलहरे का नदारद होना बताया गया, जिस पर संदेहियान का ग्राम वासियों से मोबाईल नंबर प्राप्त कर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर सायबर सेल के माध्यम से एसीसीयु (क्राईम) को पता तलाश हेतु मोबाईल नंबर भेजा गया। मौके पर परिवार का मुखिया भोलानाथ यादव का शव मुख्य द्वार से पंाच कदम दूरी पर पाया गया तथा पचपन साठ कदम दूरी पर निवास स्थल गृह के प्रवेश द्वार पर मृतिका नैला यादव का शव तथा गृह के भीतर रसोई घर में मृतक एवं मृतिका के बालक व बालिका उम्र 12 तथा 07 वर्ष के बच्चों का शव पाया गया, जिसे समस्त तकनीकी टीम द्वारा निरीक्षण अवलोकन कर मर्ग इंद्राज किया गया तथा उक्त मृतकों की मृत्यु गंभीर आघात चोट पहुंचाते हुए कारित किये जाने से अपराध धारा 302 भादवि मौके पर पंजीबद्ध किया गया। घटनास्थल निरीक्षण किये जाने पर आहत के मकान में स्थित आलमारी का समस्त सामान बिखरा हुआ पाये जाने पर पंचनामा कार्यवाही करते हुए निरीक्षण किया गया, जो मौके पर मृतको के वस्त्र एवं आधार कार्ड, मार्कशीट फैला पाया गया। 29 सितंबर को ही सायबर सेल की मदद से घटना ग्राम से फरार संदेहियान आकाश एवं टीकम का उडिसा में होना सीडीआर एवं लोकेशन से जानकारी प्राप्त हुई। तत्काल क्राईम टीम को संदेहियान पता तलाश हेतु रवाना किया गया। 30 सितंबर को प्रात: मृतक के परिजनों से कथन आदि वैधानिक कार्यवाही हेतु थाना प्रभारी कुम्हारी सुधांशु बघेल के नेतृत्व में टीम मृतक के माता पिता एवं भाई किस्मत यादव के घर रवाना की गयी। मृतक के परिजनों से पूछताछ करने के दौरान निवास स्थल पर दरवाजे की चौखट पर खून के निशान तथा मस्तिष्क का अंदरूनी हिस्से का टुकड़ा पाया गया जिस पर तत्काल जांच अधिकारी द्वारा मृतक के परिजनों के मुल स्थल पर निरीक्षण किया गया तथा रक्त से रंजीत चौखट एवं दीवार तथा मस्तिष्क के टुकड़े को वैधानिक रूप से जप्त कर मृतक के माता पिता एवं छोटे भाई किस्मत से पूछताछ की गयी। हिल हवाला जवाब दिये जाने पर मृतक के छोटे भाई किस्मत यादव तथा जप्तशुदा रक्त रंजीत चौखट एवं मृतक के मस्तिष्क का अंदरूनी हिस्से का टुकड़ा जप्त कर थाना लाया गया।
मृतक के भाई किस्मत यादव से सघन पूछताछ करने पर किस्मत यादव द्वारा अपने माता पिता एवं मृतक बडे भाई भोलानाथ यादव की दो पुत्रियों का भरण पोषण पढाई लिखाई का खर्च अधिक होने एवं बडे भाई मृतक भोलानाथ यादव का रोजाना अपने मित्रों के साथ मौज मस्ती करना, चार वर्ष पूर्व टे्रक्टर खरीदना कुछ समय पूर्व साढे तीन चार डिसमिल भाठागांव कपसदा में जमीन खरीदना व घर परिवार का ध्यान न रखना एवं पूर्व के मित्र आकाश मांझी के साथ शराब पीना व आकाश के माध्यम से उडिसा से मोहनी दवाई मांगा कर स्त्रियों को खिलाकर आकाश के साथ मौज मस्ती करना। चार माह पूर्व मृतक भोलानाथ यादव एवं उसके मित्र आकाश मांझी के द्वारा मोहनी दवाई का उपयोग कर एक ही स्त्री से संबंध स्थापित करने को लेकर लडाई झगडा विवाद होने से बातचीत बंद होना पाया गया। आकाश मांझी का मृतक भोलानाथ यादव से दूर होने पर छोटे भाई किस्मत यादव के साथ दोस्ताना निकटवर्ती संबंध स्थापित होने से खाना पिना शराब सेवन आदि साथ करना शुरू किया गया। दोनो के ही द्वारा मृतक भोलानाथ यादव से कटूता व वैमनस्यता तथा लडाई झगडे से एकमत होकर मृतक से बदला लेने की योजना प्रारंभ की गयी, उसी सिलसिले में किस्मत यादव द्वारा योजनाबद्ध तरीके से आकाश व टीकम के साथ खाना पिना लगातार स्थापित कर अपने बडे भाई मृतक भोलानाथ यादव से ईष्र्या व द्वेश में बदले की भावना प्रगाड होती गयी। आकाश मांझी द्वारा पीने खाने की अवस्था में किस्मत एवं टीकम को मोहनी दवाई तथा उसका उपयोग कर मृतक भोलानाथ यादव के साथ घटित घटना के संबंध में सब कुछ बताया गया। किस्मत द्वारा उक्त दवा का उपयोग करने की लालसा प्रगट की गयी, जिस पर तीन आरोपियों द्वारा पैसा मिलाकर 15 हजार रूपये में उडिसा ग्राम घुरकोटी के बाबा से उडिसा जाकर मोहनी दवाई लाकर आकाश तथा मृतक भोलानाथ से पूर्व से परिचित महिला से संपर्क स्थापित किया गया। इसी तारतम्य में दिनांक 29.09.2022 को दोपहर से ही आरोपी किस्मत यादव, आकाश मांझी तथा टीकम दास धृतलहरे द्वारा पैसे मिलाकर शराब सेवन किया गया देर शाम शराब सेवन के दौरान आरोपीगण द्वारा मृतक भोलानाथ से पूर्व के वैमनस्य, रंजिश तथा बिना घर परिवार की जिम्मेदारी लिये मृतक का प्रतिदिन शराब सेवन व ट्रेक्टर जमीन जायदाद तथा पैसे की आवश्यकता की वजह से आरोपीगण द्वारा मोहनी दवा प्राप्त करने हेतु किस्मत यादव द्वारा अपने साथीगण के साथ भोलानाथ से पैसे की मांग करने पर, भोलानाथ द्वारा आरोपीगणों को गाली-गुफ्तार कर भगा देने बदला लेने की योजना तैयार की गयी। इसी तारतम्य में दिनांक 29.09.2022 की रात्रि आरोपीगण मृतक के रेघा बाडी निवास स्थल पहुंचकर मृतक बडे भाई भोलानाथ को आवाज देकर तलब किया गया। मृतक मुख्य द्वार के पास आने पर उससे पैसे की मांग की गयी जिस पर भोलानाथ द्वारा आक्रोशित होने तथा अपने छोटे भाई एवं अपने पूर्व के मित्र आकाश मांझी जिससे बातचीत नही है को अपशब्द कहे जाने पर आरोपीगण किस्मत यादव, आकाश मांझी एवं टीकम दास धृतलहरे द्वारा भोलानाथ को पकडकर मारपीट हुई मृतक द्वारा तुम्हे नही छोडुंगा देख लुंगा अपशब्द कहे जाने पर मृतक के छोटे भाई किस्मत यादव द्वारा खेत के निकट ही पडे कुल्हाडी को उठाकर मृतक भोलानाथ के माथे पर वार किया गया इसी दौरान आकाश मांझी द्वारा खेत में ही स्थित सब्बल तथा आरोपी टीकम द्वारा फसल काटने के पटटे से मृतक भोलानाथ यादव के सिर पर लगातार वार किया गया। भोलानाथ यादव मुख्य द्वार से कुछ कदम दूरी चित हालत में ढेर हो गया। घटना के दौरान मृतक के चिखने चिल्लाने पर मृतक की पत्नी नैला यादव द्वारा गेट के रास्ते पर आने पर आरोपीगण द्वारा मृतक की पत्नी का भी पीछा किया गया। मृतिका नैला यादव द्वारा घर में प्रवेश कर सुरक्षा हेतु प्रयास किया गया। आरोपीगण द्वारा मृतिका को घर के प्रवेश द्वार पर ही हमला कर सिर पर वार किया गया, जिससे मृतक की पत्नी नैला यादव घर के प्रवेश द्वार में ही गिरकर मृत्यु हो गई, उसी कमरे में मृतक एवं मृतिका के बच्चे सोये थे जो घटना की आवाज सुनकर तथा देखकर अंतिम कमरे रसोई की ओर भागे, आरोपीगण स्वयं के पहचान के डर से अपने भाई भोलानाथ यादव के बच्चों को सिर में आघात पहुंचाकर निर्मम हत्या कारित किये। हत्या कारित करने उपरांत जैसा मृतक के छोटे भाई किस्मत यादव को जानकारी थी कि मृतक भोलानाथ यादव के पास हमेशा पैसा होता है आरोपीगण द्वारा मृतक के घर के मंदिर कमरा में स्थित आलमारी को खोलकर आलमारी में रखे सामान को बाहर निकाल कर आमलारी से नगद रकम 7,92,400/- एवं कुछ सोने चांदी के जेवर मिले जिसे आरोपीगण अपने कब्जे में लेकर फरार हो गयेें। आरोपी आकाश मांझी व टीकम दास घटना के बाद से उडि़सा भाग गये थे जिन्हे पुलिस टीम द्वारा भवानीपट्टना उडि़सा में घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों से पृथक-पृथक पूछताछ करने पर तीनो साथ मिलकर हत्या की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया जिससे अरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आलाजरब एवं खुन लगे कपड़े व नगदी रकम जप्त किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निदेशन एवं सतत् मार्गदर्शन में 30 घंटे के भीतर अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने मे सफलता प्राप्त हुई। अग्रिम कार्यवाही थाना कुम्हारी से की जा रही है।
उक्त सनसनीखेज सामुहिक हत्याकांड के खुलासे में थाना कुम्हारी, थाना पुरानी भिलाई, थाना खुर्सीपार, थाना जामुल, थाना सुपेला, थाना भिलाई भट्टी, थाना दुर्ग, थाना पुलगांव एवं एण्टी क्राईम एण्ड सायबर यूनिट के स्टाफ की सराहनीय भूमिका रही।
नाम आरोपीगण
1. किस्मत यादव पिता राजभो यादव उम्र 33 वर्ष निवासी ग्राम कपसदा
2. आकाश मांझी पिता जगबंधु मांझी उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम कपसदा
3. टीकम दास घृतलहरे पिता भूखारू राम उम्र 49 वर्ष निवासी ग्राम कपसदा