तुर्की-सीरिया में अब तक जा चुकीं 4300 से ज्यादा जानें

भारत ने भूकंप राहत सामग्री की पहली खेप भेजी

तुर्की-सीरिया में अब तक जा चुकीं 4300 से ज्यादा जानें

नई दिल्ली (एजेंसी)। तुर्की और सीरिया में घातक भूकंपों के कारण अब तक 4,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। बीते दिन तुर्की में 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के लगातार तीन विनाशकारी भूकंप आए थे।  भारत ने भूकंप की मार झेल रहे तुर्की को भूकंप राहत सामग्री की पहली खेप भेज दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से की गई घोषणा के कुछ घंटों बाद ही भारत ने भूकंप राहत सामग्री की पहली खेप तुर्की को भारतीय वायु सेना के विमान से भेजी है। तुर्किये (तुर्की) में भीषण तबाही के बीच एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। मंगलवार सुबह आए झटकों की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.5 मापी गई। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की वेबसाइट के मुताबिक मंगलवार को भी भूकंप का बड़ा झटका तुर्की में महसूस किया गया है। वेबसाइट के अनुसार, यह झटका सुबह करीब पौने नौ बजे दर्ज किया गया, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.5 रही। भूकंप में मरने वाले लोगों का कुल आंकड़ा बढ़कर 4300 के पार पहुंच गया है। वहीं सीरिया में भूकंप से हुई तबाही से अभी तक 1444 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। भूगर्भ वैज्ञानिकों का कहना है कि बड़े भूकंप के झटकों के बाद भी तुर्की और सीरिया के सीमाई इलाके में करीब 100 भूकंप के झटके महसूस किए गए। भारत की ओर से भेजी राहत सामग्री की खेप में एक विशेषज्ञ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल खोज और बचाव दल शामिल है। इसमें पुरुष और महिला दोनों कर्मी, अत्यधिक कुशल डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा से जुड़ी चीजें, उन्नत ड्रिलिंग उपकरण और सहायता प्रयासों के लिए आवश्यक अन्य महत्वपूर्ण उपकरण शामिल थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह जानकारी दी।
इससे पहले भारत सरकार ने सोमवार को भूकंप प्रभावित तुर्की को तत्काल राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तलाशी और बचाव टीम, चिकित्सा टीम और राहत सामग्री भेजने का फैसला किया था। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रभावित देश को हरसंभव मदद देने के निर्देश के बाद उठाया गया था। जानकारी के मुताबिक, 100 सदस्यों की दो एनडीआरएफ टीम प्रशिक्षित श्वानों और आवश्यक उपकरणों के साथ भूकंप प्रभावित इलाके में तलाशी और बचाव अभियान के लिए भेजी गई है। इसके साथ ही प्रशिक्षित चिकित्सकों और पैरा मेडिक की टीम भी आवश्यक दवाओं के साथ रवाना की गई है।