सरकारी नौकरी पाने भतीजे ने चाची पर चलाई थी गोली, 2 शूटर सहित 6 गिरफ्तार
मनेंद्रगढ़। जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर ग्राम सिरौली में गोलीकांड के 6 आरोपियों को पकड़ने मे मनेंद्रगढ़ पुलिस ने कामयाबी हासिल की है. एमसीबी के पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि महिला की हत्या एक सोची समझी साजिश के तहत करने का पूरा प्लान बनाया गया था. गोली लगने वाली महिला नौकरी कर रही थी. नौकरी और संपत्ति की लालच में उसके भतीजे ने उसकी हत्या करने आरोपियों को 1 लाख रुपए में सुपारी दिया था.
मनेंद्रगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम सिरौली में महिला को गोली मारने के मामले में पुलिस ने मास्टर माइंड भतीजे सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दरअसल चाकी की नौकरी व संपत्ति हड़पने के लालच में भतीजे ने अपनी पत्नी, ससुर व साढ़ू के साथ मिलकर फरवरी महीने में साजिश रची थी। चाची को गोली मारने उसने मध्यप्रदेश के 2 शूटरों को 1 लाख रुपए की सुपारी दी थी। घटना दिवस 26 फरवरी को शूटर महिला के घर पहुंचे थे। इस दौरान एक शूटर से मिसफायर होने पर दूसरे शूटर ने महिला को गोली मार दी थी। इसमें महिला की जान बच गई थी।
बता दें कि कुछ दिनों पहले ही जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर ग्राम सिरौली में एक महिला के ऊपर कुछ अनजान व्यक्तियों ने गोली चलाई थी। महिला को मनेन्द्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. वहीं इस गोलीकांड के मामले ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया था. पुलिस के लिए भी यह एक चुनौती बन गई थी. पुलिस लगातार आरोपियों को पकड़ने के लिए हर एक स्तर पर कार्यवाही कर रही थी. इस गोलीकांड के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें एक महिला भी है. बताया जा रहा है कि जिस महिला के ऊपर आरोपियों ने फायरिंग किया था वह एक सरकारी नौकरी करती थी और नौकरी और संपत्ति की लालच में आकर इस गोलीकांड को अंजाम दिया गया. आरोपियों को पकड़कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
26 फरवरी को प्रार्थी दीपिका अगरिया ने थाना में मौखिक रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें उसने बताया था कि 2 अज्ञात व्यक्ति पानी पीने के बहाने बड़ी मां कुंती के पास आए और जान से मारने की नीयत से गोली चलाकर भाग गए। मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 307, 34, 25, 27 आम्र्स एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। विशेष टीम की जांच में घायल कुंती का भतीजा मनीष एवं उसकी पत्नी रेशमा द्वारा जमीन, पैसे एवं नौकरी लालच में साजिश रची गई थी। गौरतलब है कि कुंती बाई शासकीय स्कूल कोचारी में चपरासी के पद पर पदस्थ हैं।
उसकी हत्या कर नौकरी एवं संपत्ति हड़पने की साजिश भतीजे व उसकी पत्नी ने रची थी।मनीष अपने ससुर ग्राम रेउला निवासी भुमसेन अगरिया को ये प्लान बताया। फिर बाइक से अपने साढ़ू संतोष अगरिया के पास लेकर गया। आरोपी संतोष ने उसे कमलेश से मिलाया और 1 लाख रुपए में कुंती बाई की हत्या करने का सौदा तय हुआ। इसके बाद संतोष ने कमलेश को देशी कट्टा व गोली दी.