इन चार हिस्ट्रीशीटर को जिलाबदर की सजा

इन चार हिस्ट्रीशीटर को जिलाबदर की सजा

बिलासपुर। पुलिस ने शहर के 4 हिस्ट्रीशीटर की कुंडली निकालकर जिलाबदर के लिए प्रस्ताव भेजा है। कलेक्टर ने इन बदमाशों को 6 महीने के लिए जिलाबदर किया है। सभी बदमाश जिले की सीमा से लगे 6 जिलों में भी नहीं रह सकेंगे।

पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने बताया कि शहर के साथ ही जिले के आदतन बदमाशों की गतिविधियों पर पुलिस की कड़ी नजर है। अवैध गतिविधियों में लिप्त ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ लगातार सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने सभी थानों को बदमाशों की निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मारपीट, गुंडागर्दी और रंगदारी करने वाले बदमाशों की कुंडली बनाने के लिए भी कहा है।

ताकि, उनका आपराधिक रिकॉर्ड तैयार किया जा सके। एसपी सिंह ने बताया कि इसी कड़ी में चार बदमाशों के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई करने कलेक्टर के पास प्रतिवेदन भेजा गया था। प्रतिवेदन के आधार पर कलेक्टर ने जिलाबदर का आदेश जारी किया है। सभी बदमाशों के खिलाफ अलग-अलग थानों में केस दर्ज है। उनकी आपराधिक गतिविधियों में सुधार नहीं हो रहा था। 

जिन अपराधियों का जिलाबदर किया गया है, उनमें सिविल लाइन क्षेत्र के डबरीपारा निवासी मृत्युंजय सिंह, मंगला के आजाद चौक निवासी आसिफ खान, मगरपारा निवासी गदर उर्फ मानस मेश्राम और सकरी के शांतिनगर निवासी बाबू अंडा उर्फ प्रियनाथ वर्मा शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ दर्जनभर से अधिक केस दर्ज हैं। इनके खिलाफ कई बार कार्रवाई की जा चुकी है। उन्हें गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था। जिलाबदर के दौरान ये सभी जिले की सीमा से लगे जांजगीर-चांपा, मुंगेली, गौरेला पेंड्रा मरवाही और बलौदाबाजार जिले की सीमा से भी बाहर रहेंगे।