भारत को मिलेगी राफेल-M फाइटर जेट
नई दिल्ली (एजेंसी)। भारत और फ्रांस के बीच एक और बड़े रक्षा सौदे पर मुहर लग सकती है। इसके तहत भारतीय नौसेना को फ्रेंच कंपनी डसॉल्ट एविएशन से 26 राफेल-मरीन (राफेल-एम) फाइटर जेट मिलेंगे। इसकी घोषणा इस महीने के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान होने की उम्मीद है। हाल के वर्षों में फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी डसॉल्ट एविएशन से यह दूसरी ऐसी फाइटर जेट खरीद होगी। इससे पहले 2016 में, भारत ने अपनी वायुसेना के लिए 36 राफेल लड़ाकू जेट खरीदने के लिए एक सौदा किया था, जिनमें से सभी की डिलीवरी हो चुकी है।
जब डिजाइन और क्षमताओं की बात आती है तो नौसेना के लड़ाकू विमान अपने वायुसेना समकक्षों से भिन्न होते हैं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि लड़ाकू विमान जिस वातावरण में काम करते हैं और उन्हें जो भूमिका सौंपी गई है, दोनों में अंतर होता है। जैसा कि भारत इस बार भारतीय नौसेना और उसके 2 विमान वाहक पोतों के लिए राफेल-एम लड़ाकू विमानों का एक नया सेट खरीदने की तैयारी कर रहा है।
लॉन्च और रिकवरी सिस्टम
नौसेना के लड़ाकू जेट विशेष रूप से विमान वाहक-पोत आधारित संचालन की अनूठी चुनौतियों का सामना करने के लिए बनाए गए होते हैं, जिसमें ज्यादा प्रभावी लैंडिंग क्षमता, कैटापल्ट या रैंप लॉन्च और खारे पानी के वातावरण में उड़ान भरना शामिल हैं। विमान वाहक पोतों पर तैनाती और युद्धाभ्यास की सुविधा के लिए राफेल मरीन में लैंडिंग गियर और एयरफ्रेम को अत्यधिक मजबूत बनाया गया है। फोल्डिंग विंग्स को भी मजबूत किया गया है। दूसरी ओर, भूमि-आधारित लड़ाकू विमानों को इन सुविधाओं की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि वे पारंपरिक रनवे से संचालित होते हैं।