भिलाई इस्पात संयंत्र ने रोहनी एजेंसी का ठेका किया निरस्त
विजिलेंस सहित अन्य स्थानों पर की गई थी कई शिकायत
दुर्ग। भिलाई इस्पात संयंत्र (बीएसपी) में लंबे समय तक लोको का संचालन करने वाली एजेंसी रोहनी ट्रांसपोर्ट को निलंबित कर दिया है। बीएसपी प्रबंधन के मुताबिक एजेंसी के खिलाफ विजिलेंस समेत अन्य स्थानों पर कई शिकायत मिली थीं। जब उसकी जांच की गई तो शिकायतों को सही पाया गया। इसके बाद एजेंसी को सस्पेंड करते हुए लोको संचालन का काम दूसरी एजेंसी को दिया गया है। बीएसपी प्रबंधन के मुताबिक रोहनी और आमिया के खिलाफ विजिलेंस में शिकायत की गई थी। ये शिकायत ओम प्रकाश नामक व्यक्ति ने की थी।
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता ने बताया था कि रोहनी ट्रांसपोर्ट ओपन अर्थ यार्ड (डीजल एंड ट्रांसपोर्ट आॅर्गेनाइजेशन) में लोको परिचालन का काम 2019-2020 में एक साल के लिए किया था। इस कंपनी के अधीन 80 ठेका श्रमिक काम करते थे। इसमें 10 सुपरवाइजर, 70 शंटिंग स्टाफ थे। कंपनी ने काम लेने के बाद भी अब तक इन कर्मियों का फुल एंड फाइनल सेटलमेंट नहीं किया है। नियम के मुताबिक 12,540 रुपए हर श्रमिक को दिया जाना है। इस तरह से देखा जाए तो कंपनी ठेका कर्मियों का लगभग 10 लाख रुपए का भुगतान नहीं कर रही है। शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस की टीम ने मामले की जांच शुरू की। जांच में शिकायत पूरी तरह से सही पाई गई। विजिलेंस की जांच रिपोर्ट आने के बाद बीएसपी प्रबंधन ने रोहनी एजेंसी का ठेका समाप्त कर दिया।