दुर्ग-भिलाई में बेखौफ सरपट दौड़ रहे बिना नंबर प्लेट वाली बाइकें व कान फोड़ू बुलेट

बुजुर्गों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है बाइक से निकाले जाने वाली पटाखे की आवाज

दुर्ग-भिलाई में बेखौफ सरपट दौड़ रहे बिना नंबर प्लेट वाली बाइकें व कान फोड़ू बुलेट
भिलाई के सुपेला चौक पर खड़ी बाइक जिसमें आगे पीछे नंबर प्लेट नहीं है। पुलिस से बचने नंबर प्लेट की जगह एलईडी लाइट लगाया गया है। वहीं बाइक में लगा हॉर्न भी किसी कार का प्रतित होता है

भिलाई। दुर्ग जिला पुलिस द्वारा पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव के निर्देश पर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान भारी भरकम चालान काटने के साथ ही लोगों के लाइसेंस भी निरस्त किए जा रहे हैं। इसके बावजूद जिले के वाहन चालकों द्वारा नियमों का पालन नहीं  किया जा रहा है। आज भी फटाखे  की आवाज वाली बुलेट व बिना नंबर प्लेट के बाइक सड़कों पर देखे जा सकते हैं। इन्हें अभी भी कार्रवाई का डर नहीं है।
जिले वासियों की सुरक्षा के मद्देनजर अपराधियों पर लगाम कसने यातायात विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। वहीं आम जनता के लिए मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया गया है। जिसमें लोग द्वारा लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने वाले, पटाखों जैसी आवाज वाले बुलेट, बिना नंबर प्लेट वाली बाइक आदि का फोटो खींचकर भेज सकते हैं। 
पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव द्वारा आम नागरिकों से अपील भी की गई। उन्होंने कहा है कि वाहन चालक जो जानबुझकर यातायात नियमों का उलंघन कर दूसरों का जान जोखिम में डालने का काम करता है उसकी शिकायत दुर्ग पुलिस के किसी भी सोशल मिडिया प्लेटफॉम में संबंधित का वाहन नम्बर के साथ विडीयो बनाकर भेजे या यातायात हेल्पलाईन नम्बर 9479192029 पर व्हाटसप कर सकते हैं। 

कुछ दिन शांति के बाद फिर बुलेट से निकलने लगी पटाखे की आवाज
बुलेट बाइक चालक माडिफाइड साइलेंसर लगाकर तेज रफ्तार में धड़धड़ाते हुए निकलने से सड़क पर चलने वाले काफी लोग डर जाते हैं। इसके साथ ही कई बार घबराहट में बुजुर्ग बाइक सवार दुर्घटना ग्रस्त भी हो जाते हैं। चिकित्सकों की माने तो बाइकों के साइलेंसर से निकलने वाले तेज आवाज से हृदय रोगियों को अटैक भी आ सकता है। बाइक से निकाले जाने वाली पटाखे की आवाज बुजुर्गों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। ज्ञात हो कि दुर्ग जिला यातायात पुलिस द्वारा पूर्व में बुलेट चालकों पर बड़ी कार्रवाई की गई थी। यातायात पुलिस द्वारा बुलेटों पर लगे मॉडिफाइड साइलेंसरों को निकाल दिया गया था। इस कार्रवाई के बाद कुछ दिन क्षेत्र में शांति रहा लेकिन फिर से पटाखे की तेज आवाज वाली बुलेट सड़कों पर दौड़ने लगी है। 

अपराधिक कार्यों में इस्तेमाल हो रहा बिना नंबर वाली बाइक
बिना नंबर वाली बाइक अक्सर दो नंबरी व अपराधिक कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ऐसी बिना नंबर वाली बाइक अक्सर शाम के समय ही नजर आता है। गत दिनों सुपेला चौक में एक ऐसी बाइक देखने मिली जिसमें बाइक के आगे व पीछे नंबर प्लेट नहीं लगे थे। पुलिस को गुमराह करने के लिए सामने की ओर नंबर प्लेट की जगह एलईडी लगी हुई थी। वहीं बाइक में लगी हॉर्न भी काफी तेज थी जो किसी कार का प्रतित हो रहा था। युवकों को पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि उन्हें कार्रवाई का डर नहीं, यह कहते हुए फुर्र हो गए। ज्ञात हो कि गत दिनों हाउसिंग बोर्ड भिलाई में स्थित कालीबाड़ी के समक्ष एक पत्रकार लूट के शिकार हो गए थे। उनका मोबादल लूट लिया गया। लूटेरों की बाइक में भी नंबर प्लेट नहीं लगी थी। इसकी शिकायत जामुल थाने में की गई है।