नकल कर पुलिस में भर्ती होने वाली महिला सब इंस्पेक्टर गिरफ्तार, 52 थाना प्रभारी सहित अब तक 86 आरोपी पुलिस गिरफ्तार में

ठीक से लिखना तक नहीं आता और लिखित परीक्षा में मिले 92 % अंक, 15 लाख रुपए में हुआ था सौदा

नकल कर पुलिस में भर्ती होने वाली महिला सब इंस्पेक्टर गिरफ्तार, 52 थाना प्रभारी सहित अब तक 86 आरोपी पुलिस गिरफ्तार में
सब इंस्पेक्टर मोनिका जाट

जयपुर। सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 की लिखित परीक्षा में नकल और पेपर लीक के मामले में एक और गिरफ्तारी हुई है। अब तक एसओजी ने 52वीं गिरफ्तारी की है। झुंझुनूं पुलिस लाइन में तैनात सब इंस्पेक्टर मोनिका जाट को एसओजी ने गिरफ्तार किया है। बता दें कि मोनिका का नाम कई महीनों पहले ही सामने आ गया था, लेकिन मामला उजागर होने के बाद मोनिका फरार हो गई थी। पहले उसने मेडिकल लीव लिया और फिर बिना कारण बताए गैरहाजिर रहने लगी। अब एसओजी ने उसे दबोच किया है। नकल गैंग के मास्टरमाइंड पोरव कालेर ने एसओजी को बताया कि उसने मोनिका जाट को हिंदी और सामान्य ज्ञान दोनों पेपर में ब्लूटूथ के जरिए नकल कराई थी। इसके बदले मोनिका से 15 लाख रुपए लिए गए थे। एसओजी ने अब तक 86 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनमें 52 चयनित थानेदार शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार एसआई भर्ती 2021 का पेपर लीक होने के साथ बड़े स्तर पर नकल भी कराई गई थी। नकल गैंग के मास्टरमाइंड पोरव कालेर की गिरफ्तारी के बाद नकल करके पास होने वाले कई चयनित थानेदारों के नाम सामने आए थे। इनमें मोनिका का नाम भी शामिल था। जब पोरव कालेर की गिरफ्तारी हुई तो मोनिका को पता चल गया था कि उसका भी नंबर आने वाला है। ऐसे में ट्रेनिंग के बीच में ही मेडिकल लीव के नाम पर गायब हो गई। एसओजी के एडीजी वीके सिंह का कहना है कि मोनिका जाट को पोरव कालेर गैंग ने ब्लूटूथ के जरिए नकल कराई थी। 

जिस मोनिका जाट को एसओजी ने गिरफ्तार किया है। उसे ठीक से लिखना तक नहीं आता। इसके बावजूद भी एसआई भर्ती 2021 की लिखित परीक्षा में उसे 92 प्रतिशत अंक मिले। हिंदी के पेपर में मोनिका को 200 में से 184 अंक प्राप्त हुए थे। सामान्य ज्ञान के पेपर में भी उसे 200 में से 161 नंबर मिले थे। इतने अच्छे नंबर आने के बावजूद भी मोनिका को ठीक से लिखना भी नहीं आता। इंटरव्यू के दौरान मोनिका को 50 में से सिर्फ 13 नंबर मिले थे लेकिन लिखित परीक्षा में उच्च अंक होने के कारण उसका चयन एसआई के लिए हो गया था। मोनिका को ऑल राजस्थान 34 रैंक मिली थी।