बिलासपुर की महापौर को गलत उच्चारण के कारण दो बार लेनी पड़ी शपथ, देखें VIDEO

बिलासपुर। बिलासपुर की भाजपा की नवनिर्वाचित महापौर को गलत उच्चारण के कारण दोबारा शपथ लेनी पड़ी. असल में उन्होंने संप्रभुता को अक्षुण्ण रखने के बजाय सांप्रदायिकता को अक्षुण्ण बनाये रखने की शपथ ले ली थी.

जानकारी के अनुसार नवनिर्वाचित मेयर पूजा विधानी ने पहली बार शपथ लेते समय शपथ पाठ में ‘संप्रभुता’ के स्थान पर ‘सांप्रदायिकता’ शब्द का उच्चारण कर दिया। यह गलती उनके शपथ ग्रहण के दौरान हुई, जिसे उपस्थित अधिकारियों और सदस्यों ने तुरंत पहचान लिया। शपथ पाठ में इस तरह की गलती को गंभीर माना जाता है, क्योंकि यह संवैधानिक प्रक्रिया का हिस्सा है।गलती के बाद मेयर पूजा विधानी को दोबारा शपथ  लेने के लिए कहा गया। इस बार उन्होंने सही शब्दों के साथ शपथ पाठ को पूरा किया। शपथ ग्रहण की प्रक्रिया को लेकर उपस्थित अधिकारियों ने बताया कि ऐसी गलतियां कभी-कभी हो जाती हैं, लेकिन इसे सुधारना जरूरी होता है।शपथ ग्रहण समारोह एक औपचारिक प्रक्रिया है, जिसमें निर्वाचित प्रतिनिधि संविधान और देश के प्रति निष्ठा की शपथ लेते हैं।

इस दौरान शपथ पाठ में किसी भी तरह की गलती को गंभीरता से लिया जाता है, क्योंकि यह संवैधानिक प्रक्रिया का हिस्सा होता है। मेयर पूजा विधानी के साथ हुई इस घटना ने शपथ ग्रहण की महत्ता को एक बार फिर रेखांकित किया है।पूजा विधानी बिलासपुर नगर निगम की 12वीं और दूसरी महिला मेयर बनी हैं। इससे पहले, 10 साल पहले वाणी राव शहर की पहली महिला मेयर निर्वाचित हुई थीं। वाणी राव उस समय कांग्रेस में थीं, लेकिन अब वे भाजपा में शामिल हो गई हैं।इस चुनाव में नगर निगम के 70 वार्ड में से 49 वार्ड में भाजपा के पार्षदों ने जीत हासिल की है। वहीं, 18 वार्ड में कांग्रेस प्रत्याशी सफल हो सके और तीन निर्दलीय पार्षदों ने जीत दर्ज की। भाजपा ने इस चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए मेयर पद पर अपना कब्जा बरकरार रखा।पूजा विधानी भाजपा से नगर निगम की पांचवीं मेयर हैं। इस बार ओबीसी (मुक्त) वर्ग के लिए सीट आरक्षित होने के बावजूद भाजपा ने महिला प्रत्याशी के रूप में पूजा विधानी को टिकट दिया। उन्होंने कांग्रेस के प्रमोद नायक को बड़े अंतर से पराजित कर मेयर की कुर्सी हासिल की है।