जीजा-साले ने सराफा व्यापारियों को लगाया करोड़ों का चूना, 1 किलो 652 ग्राम सोना लेकर हड़पा
दुर्ग पुलिस ने FIR के 6 माह बाद एक आरोपी को पकड़ा
पुलिस गिरफ्त में मनीष सोनी
दुर्ग। आभूषण कारीगर जीजा-साले ने मिलकर सराफा कारोबारियों से 1 करोड़ 11 लाख की ठगी की है। दुर्ग के तीन सराफा कारोबारियों ने पुलगांव थाने में मनीष सोनी तथा धीरज सोनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। करीब 6 महीने बाद कोंडागांव में जीजा मनीष सोनी पकड़ा गया। वहीं धीरज सोनी फरार है।
पुलिस के अनुसार दुर्ग में सदर बाजार निवासी शाहजहां अली मलिक (53 वर्ष), प्रामित धारा (31 वर्ष) और विजय सोनी सराफा व्यवसायी हैं। इन्हीं कारोबारियों को जीजा-साले ने मिलकर चूना लगाया है। मनीष सोनी और धीरज सोनी रिश्ते में जीजा साला हैं।
सोनारों से सोना लेकर उसके बदले डिजाइनर आभूषण तैयार करने का काम करते हैं। ये दोनों ऋषभ ग्रीन सिटी पुलगांव में रहते हैं और तीनो सराफा व्यवसायियों से शुद्ध सोना लेकर उसके बदले गहने तैयार करके देने का व्यवसाय करते थे। ठगी का मामला दर्ज होने के बाद मनीष सोनी ने बिलासपुर उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत की याचिका लगाई थी। उसे हाईकोर्ट ने अस्वीकार कर दिया था। उसके बाद से दोनों आरोपी इधर उधर अलग-अलग जगहों में छिप छिपकर रह रहे थे।
करीब 6 महीने की फरारी के बाद 23 जुलाई को कोंडागांव पुलिस को सूचना मिली की मनीष सोनी कोंडागांव में अपने रिश्तेदार के यहां छिपा हुआ है। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ा और दुर्ग पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं उसका साला धीरज सोनी फरार है।
क्या है मामला
8 महीने पहले दोनों ठगों ने तीनों कारोबारियों से 1 किलो 652 ग्राम सोना लिया था। उन्हें वादा किया था कि उसके बदले में नई डिजाइन के गहने बनाकर देंगे। नवंबर से दिसंबर 2023 के बीच मनीष और धीरज ने सराफा व्यवसायी शाहजहां अली मलिक से 800 ग्राम 943 मिलीग्राम सोना लिया था, जिसकी मार्केट वैल्यू 50 लाख रुपए है। इसी तरह विजय सोनी से 537 ग्राम 340 मिलीग्राम और प्रामित धारा से 313 ग्राम 920 मिली ग्राम सोना लिया था। इस तरह तीनों व्यवसायियों से दोनों आरोपियों ने 1 करोड़ 11 लाख रुपए कीमत का सोना लिया और उसे हड़प लिया।