एक तरफा प्यार में रूंगटा कॉलेज के युवा प्रोफेसर ने लगाई फांसी; माता-पिता और बहनों के दे गया जीवन भर का दर्द
भिलाई। एक तरफा प्यार के चक्कर में एक होनहार युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। अंधे प्यार के चक्कर में युवक ने यह नहीं सोचा कि किन तकलीफों के साथ पता-पिता ने उनकी परवरिश की होगी। यह भी नहीं सोचा कि मारने के बाद कौन उनके बहनों को राखी बंधेगा। इस एक तरफा प्यार में युवक ने फांसी लगाकर अपनी एहलीला समाप्त तो कर ली लेकिन यह नहीं सोचा की घर वालों को जीवन भर का दर्द दे गया जो शायद कभी न भर पाएगा। मारने के बाद अपने पीछे रोता बिलखता परिवार छोड़ गया।
रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर राजीव नगर वार्ड 19 निवासी मनीष शर्मा ने शनिवार रात घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमे प्यार में नाकामी के चलते आत्महत्या की बात लिखी है।
जानकारी के अनुसार मनीष शर्मा (32 वर्ष ) पिता धनेश शर्मा रूंगटा आर-1 में असिस्टेंट प्रोफेसर थे। उनके पिता पंडित धनेश शर्मा आरटीओ एजेंट हैं और पुरोहित का काम भी करते हैं। पंडित धनेश शर्मा रामनगर शकुंतला विद्यालय के पास रहते हैं। उनका संयुक्त परिवार है। उसमें धनेश शर्मा के भाई और उनका परिवार भी रहता है। धनेश शर्मा की तीन संतानें हैं, जिसमें दो बेटियां हैं, मनीष इकलौता बेटा था।
मनीष रात 2 बजे तक जाग रहा था। वो अक्सर देर रात तक पढ़ाई करने के लिए जगता था, तो घरवालों ने सोचा कि वो पढ़ाई कर रहा है। सुबह 6 बजे जब उसके चाचा मॉर्निंग वॉक के लिए निकले, तो मनीष के कमरे की लाइट जल रही थी। उन्होंने उसे आवाज दी, तो कोई रिप्लाई नहीं आया। चाचा जब मॉर्निंग वॉक से 7 बजे लौटे तो फिर से मनीष को आवाज लगाई। जब मनीष ने कोई रिप्लाई नहीं दिया, तो वे कमरे में पहुंचे। उन्होंने देखा कि मनीष ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। इसके बाद उन्होंने परिवार के बाकी लोगों को जगाया और पुलिस को सूचना दी।
सुसाइड नोट में मनीष ने लिखा है कि कुछ दिन पहले ही पता चला कि जिससे वे शादी करना चाहते थे, उस लड़की का कई लोगों से अफेयर है। लड़की को समझाया भी और सब छोड़कर शादी करने को कहा। पर उसने साफ इनकार कर दिया।