लोको पायलट पेपर लीक, CBI ने छापा मार 9 अफसर और 17 लोको पायलट को गिरफ्तार, 1.17 करोड़ रुपए बरामद, देखें VIDEO

चंदौली। CBI ने बड़ी कार्रवाई करते हुए यूपी के जिला चंदौली से रेलवे के 9 अफसर और 17 लोको पायलट गिरफ्तार किए। इसमें सुशांत पाराशर, इंदुप्रकाश, NK वर्मा, RNS यादव, अजीत सिंह, अनीश कुमार, नित्यानंद यादव, कृष्ण, सूर्यनाथ। वहीं 30 सॉल्वर भी कस्टडी में हैं। प्रमोशन के लिए आज रेलवे की परीक्षा थी। अफसरों ने पेपर लीक करके लोको पायलट को दिया और उनसे रुपए वसूले। CBI ने 8 जगह छापेमारी कर 1.17 करोड़ रुपए भी बरामद किए हैं। 

डीडीयू रेल मंडल में प्रमोशन में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। प्रमोशन के लिए आयोजित होने वाली वाली परीक्षा के प्रश्न उपलब्ध कराने के नाम पर रुपये लेने के आरोप में सीबीआई ने मंगलवार को डीडीयू मंडल के दो अधिकारियों सीनियर डीईई (वरीय मंडल विद्युत अभियंता, परिचालन) सुशांत परासर, सीनियर पीओ (वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी) सुरजीत सिंह व 17 लोको पायलट समेत 26 रेलकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार की शाम सीबीआई इन लोगों को अपने साथ ले गई। सीबीआई ने छापे की कार्रवाई के दौरान 1.17 करोड़ रुपये भी बरामद किया है। सीबीआई की टीम ने दोनों अधिकारियों के लैपटॉप समेत कार्यालय में रख कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त कर लिया। जरूरी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद सीबीआई की टीम आरोपी अधिकारियों व अन्य रेलकर्मियों को अपने साथ वाहन से लेकर लखनऊ रवाना हो गई। मंगलवार की शाम सीबीआई की ओर से इस संबंध में विज्ञप्ति भी जारी किया गया। नगर में स्थित रेलवे इंटर काॅलेज में मंगलवार को मुख्य लोको निरीक्षक के 17 पदों के लिए विभागीय परीक्षा होनी थी। परीक्षा में शामिल होने वाले 19 लोको पायलट को नगर के कालीमहाल स्थित एक लॉन के अलावा सिद्धार्थपुर काॅलोनी स्थित रेलकर्मियों के घर पर ठहराया गया था। विभागीय सूत्रों के अनुसार इन लोको पायलट से प्रमोशन के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा के प्रश्न उपलब्ध कराने के नाम छह से नौ लाख रुपये की वसूली की गई थी। सीबीआई सूत्रों के अनुसार डीडीयू रेल मंडल में तैनात एक लोको पायलट ने प्रमोशन के लिए आयोजित परीक्षा पास कराने के नाम पर रुपये मांगे जाने की शिकायत सीबीआई से की थी। सीबीआई ने पहले पूरे मामले की पड़ताल की। इसके बाद संदिग्ध रेलकर्मियों के घरों की रेकी की। जरूरी साक्ष्य एकत्र करने के बाद सोमवार को दिन में एक साथ कई स्थानों पर छापे की कार्रवाई कर जांच की। 

सूत्रों के अनुसार सीनियर डीईई (परिचालन) सुशांत परासर के आवास से साढ़े तीन लाख रुपये, सीनियर डीपीओ सुरजीत सिंह के घर से 17 लाख रुपये, संजय मिश्रा के घर से 40 लाख रुपये, नीरज वर्मा के घर से 20 लाख रुपये और बाकी धनराशि अजीत सिंह व अन्य लोगों के यहां से बरामद हुई। सीबीआई रुपये जब्त कर अपने साथ ले गई। सीबीआई की टीम ने मंगलवार को सभी आरोपियों से मंडल रेल कार्यालय स्थित सभागार में पूछताछ की। पूछताछ से पहले सीबीआई ने सभी आरोपियों के कपड़ों पर सफेद कागज लगाकर नंबर लिख दिए थे। पूछताछ के दौरान सीबीआई की टीम आरोपियों को नाम से नहीं, बल्कि उनके नंबरों से संबोधित कर पूछताछ कर रही थी। सीबीआई ने जांच के दौरान 17 अभ्यर्थियों के पास हस्तलिखित प्रश्नपत्रों की फोटो काॅपी बरामद की है। आरोपी सीनियर डीईई (ऑपरेशन) को परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने अपने हाथ से अंग्रेजी में प्रश्न लिखा था और कथित तौर पर इसे एक लोको पायलट को दिया था। जिसने इसे हिंदी में अनुवाद किया और आगे एक ओएस (ट्रेनिंग) को दिया।