छत्तीसगढ़ में चायनीज मांझे का कहर जारी, बुजुर्ग गंभीर

रायपुर। छत्तीसगढ़ में चायनीज मांझा का कहर जारी है. रायपुर में चायनीज मांझे के कारण एक स्कूटी सवार बुजुर्ग का मुंह बुरी तरह से कट गया. घायल का अंबेडकर अस्पताल में इलाज जारी है. इससे पहले 19 जनवरी को चायनीज मांझे की चपेट में आने से 7 साल के मासूम की मौत हुई थी. चायनीज मांझे से पहली मौत भिलाई और दूसरी मौत रायपुर में हुई है।शहर में धड़ल्ले से बिक रहे चीनी मांझे आए दिन हादसों का कारण बन रहे हैं। प्रतिबंधित होने के बाद भी दुकानों में ये आसानी से मिल रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.

जानकारी के अनुसार चाइनीज मांझे में फंसकर गुरुवार को अमलीडीह निवासी 61 वर्षीय होमराज ब्राह्मणकर का मुंह और अंगूठा बुरी तरह कट गया. वह स्कूटी चलाकर अमलीडीह से एक्सप्रेस-वे से रेलवे स्टेशन की तरफ जा रहे थे. इसी दौरान एक्सप्रेस-वे पर पंडरी क्षेत्र में चीनी मांझे में फंसकर चोटिल हो गए. उन्हें पंडरी जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने गंभीर हालत देखकर आंबेडकर अस्पताल रेफर कर दिया. फिलहाल अम्बेडकर अस्पताल में इलाज जारी है।

बता दें कि 19 जनवरी को पचपेड़ी नाके के पास सात वर्षीय पुष्कर साहू का गला चीनी मांझे से कट गया और उसकी जान चली गई थी. एक और घटना में महिला वकील पूर्णशा कौशिक के गले में पंडरी माल के पास एक्सप्रेस-वे पर चीनी मांझा फंसा था. उनका गला और हाथ कट गया था.