आईपीएस अफसर के ठिकानों पर छापा, 20 लाख की नगदी समेत कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले

आईपीएस अफसर के ठिकानों पर छापा, 20 लाख की नगदी समेत कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले

  मेरठ(एजेंसी)। आय से अधिक संपत्ति के मामले में फरार बिहार कैडर के आईपीएस आदित्य कुमार की तलाश में स्पेशल विजिलेंस यूनिट (एसयूवी) की टीम ने बुधवार को मेरठ, गाजियाबाद और पटना के तीन ठिकानों पर छापा मारा। इन जगहों पर कार्रवाई के बाद 20 लाख रुपये नकद, बैंक खातों में 90 लाख रुपये की जमा राशि और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। 
मेरठ में टीम बुधवार सुबह 6 बजे सिविल लाइन स्थित सुभाषनगर गली नंबर-8 में उनके आवास पर पहुंची और करीब तीन घंटे तक परिवार के लोगों से पूछताछ की। कई महत्वपूर्ण जानकारी जुटाने के बाद टीम लौट गई।
निलंबित आईपीएस आदित्य के खिलाफ 1.37 करोड़ से अधिक की काली कमाई के आरोप में केस दर्ज किया गया है। चार आरोपी गिरफ्तार हैं, जबकि आदित्य फरार चल रहे हैं। उनकी अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज हो चुकी है। आदित्य कुमार जब गया के एसएसपी थे तब उन पर शराब मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में केस दर्ज किया गया था। उसी केस को खत्म करने के लिए आदित्य ने अपने दोस्त अभिषेक अग्रवाल को पटना हाईकोर्ट का फर्जी चीफ जस्टिस बनाकर बिहार के डीजीपी एसके सिंघल को फोन कराया था। करीब 30-40 बार फोन करने के बाद डीजीपी ने आदित्य कुमार के केस को खत्म कर दिया गया था। केस को रफा-दफा करने के बाद जब डीजीपी को पता चला कि उन्हें फोन करने वाला फर्जी चीफ जस्टिस था, तब आर्थिक अपराध इकाई ने केस दर्ज कर कारर्वाई शुरू की। तब से आदित्य कुमार फरार हैं।
टीम में शामिल डिप्टी एसपी लव कुमार ने सिविल लाइन थाने में आमद दर्ज कराने के बाद दबिश देने की बात कही। टीम को बताया गया कि आदित्य मेरठ में कई महीने से नहीं आए हैं। आदित्य के कई रिश्तेदारों के बारे में भी पूछताछ की गई ताकि ऐसी जगहों पर भी तलाश कराकर आदित्य के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। वहीं, एसपी सिटी पीयूष सिंह का कहना कि मामला बिहार से जुड़ा है। टीम मेरठ आई थी। टीम ने क्या तथ्य जुटाए हैं, इसकी कोई जानकारी नहीं है। पुलिस ने आदित्य कुमार के खिलाफ इश्तहार का आॅर्डर भी कोर्ट से हासिल कर लिया है।