अलकायदा के सरगना जवाहिरी का अमेरिका सेना ने किया खात्मा
21 साल के बाद 9/11 अमेरिका ने लिया बदला
दो पत्नियां, सात बच्चे और पेशे से था सर्जन
नई दिल्ली(एजेंसी)। अमेरिका ने दावा किया है कि उसकी सेना ने आतंकी संगठन अलकायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को काबुल में एक ड्रोन हमले में मार गिराया है। ओसामा बिन लादेन के बाद अमेरिका का ये दूसरा सबसे बड़ा आॅपरेशन था। अमेरिकी अधिकारियों ने भी कहा है कि हमले में किसी अन्य को नुकसान नहीं हुआ है। एक अधिकारी ने पत्रकारों को जानकारी दी है कि 31 जुलाई की सुबह जवाहिरी काबुल आवास पर बालकनी में था और अमेरिकी ड्रोन ने दो हैलफायर मिसाइल लॉन्च की थी। अयमान अल जवाहिरी का जन्म 19 जून 1951 को मिस्र के एक संपन्न परिवार में हुआ था। जवाहिरी पेशे से सर्जन था। 14 साल की उम्र में वह मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य बन गया। जवाहिरी ने ओसामा बिन लादेन के साथ मिलकर अमेरिका पर 11 सितंबर 2001 को भयावह आतंकी हमले (9/11) की साजिश रची थी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे इंसाफ बताया है। खास बात है कि इसी तरह अमेरिका ने 9/11 के जिम्मेदार आतंकी ओसामा बिन लादेन को भी ढेर कर दिया था। हालांकि, इस बार आतंकी के सफाया तो चर्चा में आया ही, लेकिन वह हथियार भी चर्चा में रहा, जिसकी मदद से अमेरिका ने आॅपरेशन को अंजाम दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आॅपरेशन में मैकाब्रे हैलफायर आर 9 एक्स के इस्तेमाल का जिक्र सामने आ रहा है। माना जाता है कि यह मिसाइल अपने लक्ष्य को भेदते हुए निकल जाती है, लेकिन इसमें विस्फोट नहीं होता। हालांकि, अमेरिकी एजेंसियों पेंटागन या सीआईए ने सार्वजनिक रूप से इसे स्वीकारा नहीं है।
गिजा में जन्मा, लादेन के बाद बना अलकायदा का सरगना
अयमान अल-जवाहिरी का जन्म 19 जून 1951 में मिस्र के गिजा में हुआ था। जवाहरी ने मिस्र के कैरो यूनिवर्सिटी से मेडिकल की पढ़ाई की। वह टॉप सर्जन माना जाता था। जवाहिरी के घर में कई लोग डॉक्टर और रिसर्च स्कॉलर हैं। अरबी और फ्रेंच बोलने वाले जवाहिरी ने साल 1978 में काहिरा विश्वविद्यालय की फिलॉसफी छात्रा अजा नोवारी से शादी कर ली। अजा की 2001 में मौत हो गई। इसके बाद उसने उमैमा हुसैन से दूसरी शादी की। जवाहिरी के सात बच्चे हैं। फातिमा, उमायमा, नाबिला, खडिगा, मोहम्मद, आयशा और नव्वर।
इस्लामिक जिहाद का गठन किया
जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद का गठन किया था। इस संगठन ने 1970 के दशक में मिस्र में सेक्युलर शासन का विरोध किया। उसकी मांग थी कि मिस्र में इस्लामिक सरकार कायम हो। साल 1981 में मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात की हत्या के बाद जवाहिरी को गिरफ्तार किया गया। मिस्र में तीन साल जेल में रहने के बाद वह सऊदी अरब भाग गया और यहां पर मेडिसिन विभाग में प्रैक्टिस करने लगा।