42 पैसेंजर ट्रेनें रद्द
नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में ब्लैकआउट को हटाने के लिए रेलवे युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। कम स्टॉक से निपटने और कोयले की गाड़ियों की तेज आवाजाही के लिए देशभर में 42 यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
देश के कई राज्यों में ब्लैकआउट और आउटेज के बीच बिजली संकट गहरा गया है। अब इस कम स्टॉक से निपटने और कोयले की गाड़ियों की तेज आवाजाही के लिए देशभर में 42 यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इन ट्रेनों को अनिश्चित काल के लिए रद्द कर दिया गया है। रेलवे अधिकारियों ने आज कहा, थर्मल पावर प्लांटों में कोयले का स्टॉक तेजी से घट रहा है। रेलवे कोयले के परिवहन के लिए "युद्धस्तर पर" कदम उठाने की कोशिश कर रहा है और कोयले को बिजली संयंत्रों में ले जाने में लगने वाले समय में भी कटौती कर रहा है।
भारतीय रेलवे के कार्यकारी निदेशक गौरव कृष्ण बंसल ने ब्लूमबर्ग को बताया कि यह कदम (ट्रेनों को रद्द करने के लिए) अस्थायी है और स्थिति सामान्य होते ही यात्री सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी। वहीं, स्थानीय सांसदों के विरोध के बाद पहले रद्द की गई छत्तीसगढ़ की तीन ट्रेनों को बहाल कर दिया गया है। हालांकि कई राज्यों ने घटते कोयले के भंडार के संकट को देखते हुए ट्रेन रद्द करने के फैसले को हरी झंडी दिखाई है।