ASI के घर में मिला ठगी के आरोपी को बचाने के लिए घूस में लिए 5 लाख रुपए, थाना प्रभारी समेत 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड

ऐशबाग थाना टीआई जितेंद्र गढ़वाल
भोपाल। भोपाल के ऐशबाग थाना प्रभारी, एएसआई सहित चार पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं। इन सभी ने स्टॉक मार्केट में निवेश के नाम पर एक करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले कॉल सेंटर संचालक अफजल खान को बचाने के लिए 10 लाख से अधिक की रकम लेने के आरोप है।
घूस में मिली रकम में से करीब पांच लाख रुपये एएसआई पवन रघुवंशी के घर से बरामद होने के बाद यह कार्रवाई की गई है। हालांकि, घूस की रकम एएसआई के घर से मिलने के मामले में पुलिस अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा के निर्देश पर टीआई सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। इतना ही नहीं टीआई समेत पुलिसकर्मियों तथा घूस देने वालों के खिलाफ केस भी ऐशबाग थाने में ही दर्ज कर लिया गया।
जानकारी के अनुसार बीते तीन महीने में यह तीसरी बार है जब ऐशबाग थाना पुलिस पर आरोपियों या अपराधियों से सांठगांठ के आरोप लगे हैं। पहले के दो मामलों में थाना प्रभारी द्वारा अपने मातहतों को बचाने के लिए की गई लीपापोती से नाराज पुलिस आयुक्त ने कॉल सेंटर खोलकर एक करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले मुख्य आरोपी अफजल को पकड़कर भगाने और उसकी बेटी को अभी तक गिरफ्तार नहीं करने में सांठगांठ होने पर थाना प्रभारी जितेंद्र गढ़वाल, एएसआई पवन रघुवंशी और दो अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा थाना प्रभारी पर इसलिए भी नाराज हैं कि एएसआई पवन रघुवंशी कॉल सेंटर पर छापा मारने पहुंचे थे, लेकिन कार्रवाई के बाद उन्होंने कॉल सेंटर को सील नहीं किया। इतना ही नहीं कॉल सेंटर संचालक अफजल को सांठगांठ के चलते कार्रवाई के दौरान कॉल सेंटर से भगाने के आरोप में लाइन अटैच किए गए एएसआई पवन रघुवंशी से ही इस मामले की कार्रवाई कराई गई। पुलिस अधिकारियों की जांच में सामने आया कि एएसआई रघुवंशी को बचाने के लिए ही थाना प्रभारी ने अधिकारियों द्वारा रघुवंशी को थाने से हटाने के बाद उनसे जांच कराई और कार्रवाई का श्रेय उन्हें दिया। इस मामले में चारों निलंबित पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की जा रही है। एएसआई रघुवंशी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।