एंकर हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार
जांजगीर। 2 दिन पहले हुए इशिका हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. घर में रहने वाला लड़का ही मुख्य आरोपी निकला है, जिसने अपने साथी के साथ घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने आरोपी से मोबाइल, स्कूटी और जेवर जब्त किया है. पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने प्रेस वार्ता लेकर हत्याकांड का खुलासा किया है. हत्याकांड के आरोपियों तक पहुंचने के लिए चार टीमों का गठन किया गया था. पोस्टमार्टम से पहले ही अपराध होना प्रतीत हो रहा था. घर में रहने वाले लड़के रोहन पांडू पर पहले से ही शक था. घटना के दिन सुबह से वह सक्ति, खरसिया और रायगढ़ गया, जहां हुलिया बदला, कपड़ा चेंज करने के साथ हसौद, बिर्रा होते हुए तिल्दा से कवर्धा पहुंचा. गांव के साथियों के साथ मिलकर मुंगेली आ रहा था, जहां उसको पकड़ा गया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुख्य आरोपी रोहन पांडू ने राजेन्द्र सूर्या ने मिलकर हत्या को अंजाम दिया था. आरोपी के पास से मोबाइल, स्कूटी और जेवर जब्त किए गए हैं. आरोपी 6 साल से युवती को जानता था, उसके घर आना-जाना था. उसने लड़की को उपहार में मोबाइल फोन और जेवर दिया था. वह युवती से शादी करना चाहता था, लेकिन युवती के दूसरे युवक से संबंध और बातचीत को लेकर दोनों के बीच अक्सर विवाद होता था. विजय अग्रवाल ने बताया कि घटना को पहले से प्लान किया गया था. साजिशन नींद की दवा खरीदी थी, जिसे पीस कर पाउडर बनाकर खाना में मिलाने के बाद युवती और उसके भाई को खिलाया गया. भदौरा से रात 10 बजे राजेंद्र सूर्या आया था. आरोपी रोहन पांडू ने 200 रुपए देकर राजेंद्र को बुलाया था. दोनों ने मिलकर शराब पी और फिर घर पहुंचकर खाना खाया और पूर्व में हुए विवाद को फिर से करते हुए मारपीट की और दोनों ने मिलकर हत्या की. एक आरोपी ने पैर पकड़ा और दूसरे ने गला और मुँह दबा कर हत्या कर दी. रविवार की रात पत्रकार गोपाल शर्मा अपनी पत्नी के साथ कोरबा गए थे, और जांजगीर के घर में रात के वक्त इशिका शर्मा, उसका भाई आर्यन और शख्स रोहन पांडू मौजूद थे. सोमवार को बेड पर इशिका शर्मा की लाश मिली थी. इस पूरे घटनाक्रम ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया था. इसका खुलासा महज दो दिनों में पुलिस ने कर दिया.