विक्टर फाइनेंस कंपनी के असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर और फील्ड ऑफिसर ने लाखों रुपए का किया गबन

Assistant branch manager and field officer of Victor Finance Company embezzled lakhs of rupees

विक्टर फाइनेंस कंपनी के असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर और फील्ड ऑफिसर ने लाखों रुपए का किया गबन

जांजगीर। छत्तीसगढ़ के जांचगीर चांपा जिले से एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमे विक्टर फाइनेंस कंपनी के असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर और फील्ड ऑफिसर ने महिलाओं को लोन में दिए रुपए का किस्त कंपनी में जमा न कर लाखों रुपए का गबन किया है।ब्रांच मैनेजर ने दोनों के खिलाफ 64 महिलाओं से की गई रिकवरी की राशि 2 लाख 50 हजार 840 रुपए गबन करने की शिकायत की है है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया है।

कोतवाली पुलिस के अनुसार विक्टर फाइनेंस लिमिटेड की जांजगीर में शाखा है। यह फाइनेंस कंपनी महिलाओं को लोन देती है। यहां रोगदा जिला कोरबा निवासी दिलेश्वर पटेल ब्रांच मैनेजर हैं। फाइनेंस कंपनी ने तखतपुर थाना क्षेत्र के भकुर्रा नवापारा निवासी निमेश कुमार पटेल पिता किशुन राम पटेल को असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर और चिस्दा थाना हसौद निवासी युवक विजय अकेला पिता छठराम को फील्ड ऑफिसर के पद पर पदस्थ किया है।

इन दोनों का काम फाइनेंस कंपनी की राशि पात्र महिलाओं को फाइनेंस करना व दिए गए राशि की वसूली करनी है। फाइनेंस कंपनी के दोनों कर्मचारियों द्वारा महिलाओं को लोन दिया गया और उसकी रिकवरी भी की गई, लेकिन रिकवरी की राशि दोनों ही कर्मचारियों ने कंपनी में जमा नहीं किया। जब महिलाओं की किस्त नहीं जमा हुई तो फाइनेंस कंपनी ने महिलाओं से संपर्क कर किस्त जमा करने के लिए कहा। तब महिलाओं ने बताया कि वे नियमित रूप से किस्त जमा कर रही है। इसके दस्तावेज भी महिलाओं ने दिखाए। महिलाओं ने रकम जमा करने की पुष्टि होने के बाद बीएम दिलेश्वर पटेल ने कंपनी में जांच शुरू की तो ऐसी 64 महिलाएं निकलीं, जिनसे किस्त तो ली गई पर कंपनी में जमा नहीं कराई। दिलेश्वर पटेल की रिपोर्ट पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ अमानत में खयानत की धारा 409, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। रिपोर्ट के अनुसार चिस्दा निवासी विजय अकेला ने 38 महिलाओं से एक लाख 43 हजार 169 रुपए अलग-अलग तिथियों में किस्त की रकम ली, लेकिन जमा नहीं कराई। इसी प्रकार निमेश पटेल ने 26 महिलाओं से 1 लाख 7 हजार 671 रुपए मासिक किस्त की वसूली की, लेकिन फाइनेंस कंपनी में जमा नहीं कराए।