छत्तीसगढ़ की संस्कृति और विरासत सहेज कर रखना हम सब का दायित्व - विधायक ललित चंद्राकर
दुर्ग। दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के अंतर्गत आने वाले ग्राम हाथखोज पारा, उतई, उमरपोटी, बोरई, बोरीगारका, रसमडा में आयोजित रामायण, लोक कला, रामायण प्रतियोगिता, मानस गान एवं रामधुनी कार्यक्रम में विधायक ललित चंद्राकर शामिल हुए। आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं लोक कला को सहजने एवं उसे आम जन मानस के बीच दिखाने का प्रयास किया गया।
इस अवसर पर विधायक ललित चंद्राकर ने संबोधित करते हुए कहा कि हमने हमेशा से देखा है कि छत्तीसगढ़ विविध संस्कृति का प्रदेश है पर सबसे बड़ी चीज हमारे प्रदेश की संस्कृति लोक कला जो पूरे हिंदुस्तान में हमें अलग पहचान दिलाती है और इसे सहेज कर रखना हम सब का प्रमुख दायित्व है।
ग्रामीण क्षेत्रों में जैसे ही ठंड का समय आता है और अन्य मौसम में भी रामायण रामधुनी लोक कला महोत्सव का आयोजन बड़े स्तर पर किया जाता है जिस पर आम जनमानस अपनी संस्कृति और धरोहर को आत्म सात करने का प्रयास करते हैं हम सबका दायित्व है उसे हमें बचाना है।आयोजित कार्यक्रम में मंडल महामंत्री सोनू राजपूत डॉक्टर सुनील साहू सतीश चंद्राकर लक्ष्मी नारायण साहू एवं समस्त समिति के सदस्य एवं वरिष्ठ ग्रामवासी उपस्थित थे।