स्वयंसिद्धा का 15वां स्थापना दिवस 13 अप्रैल को, सौंपी गई जिम्मेदारी

स्वयंसिद्धा का 15वां स्थापना दिवस 13 अप्रैल को, सौंपी गई जिम्मेदारी

भिलाई। स्वयंसिद्धा के होली मिलन समारोह एवं रंग पंचमी उत्सव में वर्ष 2025 की कार्यकारी समिति का गठन किया गया व स्थापना दिवस की तैयारियों का शुभारंभ किया गया। उल्लेखनीय है कि स्वयंसिद्धा छत्तीसगढ़ की अग्रणी महिला संस्था है जो घरेलु महिलाओं को मिडिल एज क्राइसिस से बाहर निकाल के सामाजिक कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करती है एवं उनकी प्रतिभा को मंच व सम्मान प्रदान करती है। स्वयंसिद्धा की डायरेक्टर डॉ. सोनाली चक्रवर्ती ने बताया कि 13 अप्रैल को हमारा 15वां स्थापना दिवस है जिसमें छत्तीसगढ़ की पांच महिला विभूतियों का सम्मान किया जाएगा व लाइट एंड साउंड शो की प्रस्तुति दी जाएगी।

 इस वर्ष से हम एक नया अभियान शुरू कर रहे हैं जिसमें "अब बेटी के नाम से जानी जाएगी मां"। संस्था की पांच बेटियों ने अपनी माता के नाम से सम्मान घोषित किया है। सम्मानित होने वाली विभूतियों के चुनाव के लिए चयन समिति का गठन किया गया है जिसमे प्रख्यात साहित्यकार डॉ. परदेशी राम वर्मा, शिक्षाविद डॉ.रजनी नेल्सन एवं बीएसपी के पूर्व महाप्रबंधक संदीप चक्रवर्ती शामिल है। नए सदस्यों का स्वागत किया गया।  90 वर्ष की जानकी देवी का स्वयंसिद्धा प्रवेश के पश्चात अभिनंदन किया गया। वे सभी के लिए एक उदाहरण है कि इस उम्र में समाज व अपने लिए कुछ करना चाहती है।  23 मार्च से 1 अप्रैल तक आयोजित 10 दिवसीय अभिनय कार्यशाला की जानकारी दी गई। इसमें किसी भी उम्र की महिला प्रशिक्षण प्राप्त कर सकती है। 2025 की सलाहकार समिति में अर्पिता मिश्रा,गीता किरीट मिठिया, काकोली चौधरी,सीमा कनोजे,कुदसिया अली, विनीता गुप्ता,रीमा देब, डॉ. संगीता चंद्राकर, रुपाली पटेल को चुना गया।

वहीं कार्यकारी समिति में वंदना नाडम्बर,लक्ष्मी साहू,शीला प्रकाश, राजकुमारी कनोजे, देबजानी मजूमदार, सुशीला साहू, रीता वैष्णव, गीता चौधरी, राजश्री नायर,संध्या तिवारी, मेनका वर्मा, रजनी नेल्सन, माधुरी बिजोरिया, सरोज टहनगुरिया, नीलिमा शुक्ला,मंजू मिश्रा, प्रोमिला खन्ना, वैशालीनी संतोष,स्मिता चौहान,कोमल घोष एवं बिंदु नायक के साथ कोषाध्यक्ष स्मिता चौहान एवं सचिव हेलेन धर को सर्वसम्मति से चुना गया।  कार्यक्रम में डॉ.पूर्णिमा लाल, डॉ.रजनी नेलसन, नीलिमा शुक्ला, कमल चक्रवर्ती, पुनीता कौशल,आरती तिवारी,  रुखसाना शेख, कमलेश आर्य, सीमा लदेर, हर्षा रामटेके, रूमा दे, बनानी माइती, सुदेशना वर्धन, सुनीता तिवारी, डॉ. संगीता चंद्राकर, डॉ. सुचित्रा शर्मा, संगीता बागती, पुष्पा पाटिल, अनीता चक्रवर्ती, ज्योति गांधी, रुचिता चावड़ा, रीमा देब,रंजना सूरज, कुदसिया अली, बिना द्विवेदी अनीता सिंह सहित भारी संख्या में महिलाएं उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन राजकुमारी कनोजे एवं धन्यवाद ज्ञापन लक्ष्मी साहू ने किया।