भिलाई: एचसीएल के 5 अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्ट्राचार के मामले में CBI ने दर्ज कराया FIR
सीबीआई के छापामार कार्यवाही के बाद खुलासा
भिलाई। गत दिवस सीबीआई को भिलाई में छापामार कार्रवाई में हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड में हुए धोखाधड़ी व भ्रष्टाचार के मामले में कई अहम दस्तावेज मिले हैं जिनके आधार पर सीबीआई ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के दो पूर्व सीएमडी और कार्यकारी निदेशक सहित हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के पांच अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
सूत्रों ने बताया कि एचसीएल के तत्कालीन सीएमडी कैलाश धर दीवान ने तत्कालीन निदेशक संतोष शर्मा, एजीएम विवेक गुप्ता के साथ मिलकर साजिश की और अपने पद व अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए एसटीपीएल चेन्नई को खेतड़ी कॉपर कॉम्प्लेक्स के पायलट प्लांट में टेलिंग्स से धातु निकालने के लिए गलत तरीके से टेंडर दिया था। जांच में यह भी पता चला कि सोने चांदी और सिलिका जैसी धातुओं की वांछित मात्रा नहीं मिलने से प्लांट बंद करना पड़ा। सीबीआई ने जांच में मिले दस्तावेज में पाया कि तात्कालीन सीएमडी कैलाश धर दीवान ने कथित तौर पर तत्कालीन निदेशक (ऑपरेशन) संतोष शर्मा, तत्कालीन एजीएम विवेक गुप्ता और विनय कुमार सिंह (तत्कालीन डीजीएम प्रोजेक्ट्स) के साथ मिलकर खेतड़ी में पायलट प्लांट चालू होने से पहले मलाजखंड में एक कमर्शियल संयंत्र की स्थापना के लिए साजिश रची थी। इस मामले का खुलासा होने पर तत्कालीन निदेशक (संचालन) और पूर्व सीएमडी संतोष शर्मा और तत्कालीन सहायक महाप्रबंधक (इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग) विवेक गुप्ता सहित अज्ञात लोगों के खिलाफ साजिश व धोखाधड़ी के साथ-साथ आपराधिक कदाचार से जुड़े भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधान के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। अब सीबीआई 2013 से तत्कालीन सीएमडी संतोष शर्मा के कार्यकाल के दौरान 2019 मलाजखंड (मध्य प्रदेश) और खेतड़ी (राजस्थान) में पीएसयू द्वारा जारी किए गए विभिन्न अनुबंधों के संबंध में हुई कथित अनियमितताओं और कदाचार के बारे में जांच कर रही है। पांचों तात्कालीन अफसरों की जल्द गिरफ्तारी की भी संभावना व्यक्त गई है।