जैविक खाद बना महिला समूह का सहारा
बालोद। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन तथा नरवा, गरवा, गुरूवा तथा बाड़ी के अंतर्गत पशुओं के गोबर से जैविक खाद की परिकल्पना कर के अपने सपनो को उड़ान दे रही है उन्होंने बतलादिया कि अगर कोई कार्य सामूहिक रूप से किया जाए तो उससे भी अच्छी तरह से आमदनी प्राप्त किया जा सकता है।
विध्वाशनी महिला स्व सहायता समूह, ग्राम डोटोपार, ब्लॉक- गुरुर, जिला - बालोद महिला समुह सक्रिय हैं यहां खेती बाड़ी के साथ साथ अन्य कार्य संलग्न रहती है जो कि जानकारी के अभाव मे संसाधन का उपयोग नही कर पा रहे थे इसके चलते समूह धीरे धीरे अपने रास्ते से भटक रहे थे ऐसे मे समूह की अध्यक्ष श्रीमति सरस्वती वर्मा को कोरोना काल मे रिलायंस फाउंडेशन द्वारा हो रहे कार्यक्रम के बारे मे जानकारी मिली उसके पश्चात अध्यक्ष श्रीमति सरस्वती वर्मा जी ने प्रोग्राम सपोटर से संपर्क करके अपने समुह के बारे मे बतलाया। उसके बाद डोटोपार मे 10/07/2021 को ऑडियो कंफ्रेंस के माध्यम से कृषि वैज्ञानिक श्री उगेंद्र पांडे जी के साथ ऑडियो कंफ्रेंस रखा गया जिसमे गोबर खाद बनाने के बारे में जानकारी दी तथा गोबर खाद को केचुआ खाद बनाने की जानकारी दी जिससे अधिक से अधिक दर पर जैविक खाद को बेचकर अपने समूह को संचालित कर सके, इसके पश्चात महिला समूह की अनेकता मे एकता का प्रमाण देते हुए उन्होंने जैविक खाद बड़े पैमाने पर बनाने निर्णय लिया और रिलायंस फाउंडेशन द्वारा मिली जानकारी का उपयोग करते हुए उन्होंने 15 टन जैविक खाद का निर्माण दिसम्बर 2021 मे किया जिसको सहकारी समिति के माध्यम से बेचकर 100,000 रुपए प्राप्त हुआ इसमे उपयुक्त संसाधन जैसे की गोबर, केचुआ,तथा अन्य खर्च की राशि 72,000 रुपया हुआ इस प्रकार सभी खर्चो को काटकर 28,000 रूपये की आय समूह को प्राप्त हुआ, इस राशि का प्रयोग आने वाले वर्षों मे इसी जैविक खाद के व्यापार को अच्छे से करने के लिए बैंक मे जमा कर दिया गया और महिला समूह अपने आप मे आर्थिक, सामाजिक तथा परोपकारी रूप से एक मिसाल बन गया, इस समूह की अध्यक्ष श्रीमति सरस्वती वर्मा जी ने रिलायंस फाउंडेशन तथा कृषि विभाग को धन्यवाद देते कहा कि इस प्रकार जनकारी हमें अपने कार्यो के लिए आगे बढाती है।