अपने ज्ञान बढ़ाने मोबाइल छोड़ विद्यार्थी पढ़े अखबार-डॉ. पल्लव
कुरूद स्थित नालंदा इंग्लिश मीडियम हायर सेकेंडरी स्कूल में मनाया गया वार्षिक उत्सव
भिलाई। नालंदा इंग्लिश मीडियम हायर सेकेण्डरी स्कूल कुरूद में वर्षिकोत्सव मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अभिषेक पल्लवा थे। मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान में बच्चों के हाथ में मोबाइल होने से उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। इसलिए मोबाइल से दूरी बनाना बहुत जरूरी है। हर विद्यार्थियों को अपना ज्ञान बढ़ाने के लिए समाचार पत्र का मुख्य पृष्ठ और संपादकीय अवश्य पढ़ना चाहिए। बच्चों को हमेशा पब्लिक स्पीच की आदत डालनी चाहिए जहां तक हो सके घर में ही स्टेज बनाकर स्पीच देने की कला सीखनी चाहिए। कहीं भी वे अपने आप को परख सकता है जिससे संकोच खत्म हो जाती है। एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा कि उन्हें अपनी शिक्षण संस्थानों में कभी स्टेज में जाने का मौका नहीं मिला लेकिन आज लगभग अधिकांश कार्यक्रमों में अपना उद्बोधन देते है। खासकर विद्यार्थियों को उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई टिप्स देते रहता हूं। डॉ. अभिषेक पल्लव ने पालकों से आग्रह किया कि वे बच्चों की हर गतिविधियों पर विशेष ध्यान दें खासकर मोबाइल पर । समय रहते उन पर नियंत्रण करना बहुत जरूरी है। हमारी लापरवाही बच्चों का भविष्य बिगाड़ सकती है। जोर देकर कहा कि स्कूली बच्चों को दुपहिया वाहन खासकर मंहगें वाहन कभी खरीद कर न दे क्योंकि उनके पास लाइसेंस नहीं होता वे 18 से कम उम्र के होते हैं ऐसी भिलाई नालंदा हायर सेकेंडरी इंग्लिश मीडियम स्कूल कुरूद में आज एनुअल डे मनाया गया कार्यक्रम के मुख्य परिस्थिति में दुर्घटना भी जोखिम भरी हो सकती हैं। जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा की बच्चों को हर समय कुछ ना कुछ सीखते रहना चाहिए जो अपने आपको ज्यादा स्मार्ट समझता है वो सब से पिछड़ जाता है और अपने जीवन काल में दो चार दोस्त बनाइए जिनकी सोच पॉजिटिव हो तो वे आपकी सफलता में आपके मार्गदर्शक होंगे।
इस कार्यक्रम को के सी. ए. के अध्यक्ष आर. डेविड ने अपने संबोधन में कहा कि पालकों को ध्यान देना चाहिए कि उनके बच्चों में कितना टैलेंट है। हमें उन पर नजर रखना होगा क्योंकि हर बच्चों में कुछ ना कुछ विशेषता होती है जिसे हम नजरअंदाज कर देते हैं जिससे बच्चों के टैलेंट सामने नहीं आ पाता। इसलिए बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान दीजिए उसकी रूचि किस पर है उस पर उनके पालकों को ध्यान देना चाहिए। कार्यक्रम के महासचिव एस. विंसेंट ने अपने संबोधन में कहा कि वे स्कूल के संस्थापक कार्यकल से जुड़े हुए हैं और आज तक के सफर में कितने उतार-चढ़ाव आए है। उन्होंने बताया कि हाउसिंग बोर्ड के आवास क्रमांक 3/1 में 1978 में सिर्फ 4 बच्चों से स्कूल की शुरुआत की गई थी। एक श्रमिक बाहुल्य द्वारा क्षेत्र के बच्चों का अध्ययन के प्रति रुचि जगाई और बच्चे नियमित रूप से स्कूल में अध्ययन कर अपनी पढ़ाई जारी रखते हुए स्कूल निरंतर प्रगति की ओर है। श्री विंसेंट ने कहा की नालंदा इंग्लिश मीडियम हायर सेकेंडरी स्कूल कुरूद ने अपनी पूरी विस्तार के साथ नर्सरी से कक्षा बारहवीं तक स्कूल का संचालन 1978 से शुरू किया गया। आज कुरुद में स्थित नालंदा इंग्लिश मीडियम हायर सेकेण्डरी स्कूल ने 2014 में सीबीएसई की मान्या प्राप्त की । कार्यक्रम को विशेष अतिथि डॉक्टर मुरली मोहन मूर्ति रिटायर्ड सिविल सर्जन चीफ हास्पिटल सुपरिटेंडेंट ऑफ डिस्टिक हॉस्पिटल धमतरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा के बिना संसार में किसी की कोई वैल्यू नहीं है। बच्चों को मन से अपनी पढ़ाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इन बच्चों में से ही बड़े-बड़े क्षेत्रों में अपनी उपलब्धि हासिल करते हैं। इस अवसर पर स्कूल वाइस प्रेसिडेंट जीबिन रॉबी ने अपने उद्बोधन में कहा कि बच्चे जिस लगन से शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं इससे उनका भविष्य सुधरेगा और नियमित शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी होंगे इन सब चीजों के लिए उन्होंने शिक्षक शिक्षिकाओं को धन्यवाद ज्ञापित किया कार्यक्रम को स्कूल सेकेटरी पी. एस. प्रमोद कुमार ने भी अपने संक्षिप्त संबोधन में बच्चे की उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें पढ़ाई के क्षेत्र में निरंतर तरक्की करने का आग्रह किया इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित के.सी.ए. के वाइस प्रेसिडेट आर.एस. पिल्ले, के. सी. ए. ट्रेजर मैथ्यू वर्गिस के.सी.ए आर्गनाइजिंग सेकेटरी टी. टी. श्री कुमार, एक्जीक्यूटिव मेंबर- मुर्गन पिल्ले, जस्टिन विन्सेंट, एम. पी. रामदास, सजी वर्गीस, एल के नायर, वर्गीस इप्पन, के. संतोष, मधुसुदन के. एम. माथुर, जार्ज थॉमस, मनोज गंगाधरन के अलावा भारी तादाद में बच्चों के पालक गण एवं के. सी. ए. कमेटी के सभी सदस्य उपस्थित थे।