जिला अस्पताल में दर्द निवारक इंजेक्शन लगाते ही शरीर पर निकल आए फफोले, रिएक्शन से महिला की मौत
इंजेक्शन की पूरी खेप अस्पतालों से वापस मांगा ली गई
कोरिया। पटना CHC में शुक्रवार को दर्द निवारक इंजेक्शन दिए जाने के बाद महिला के शरीर पर फफोले निकल आए। पूरे शरीर में जलन होने लगा। शुक्रवार शाम जिला अस्पताल बैकुंठपुर में महिला की मौत हो गई। महिला को लगाए गए इंजेक्शन की पूरी खेप अस्पतालों से वापस मांगा ली गई है।
CMHO डॉ आरएस सेंगर ने कहा कि, पटना अस्पताल में महिला को दर्द निवारक इंजेक्शन दिया गया था, जिससे उसके शरीर पर फफोले आ गए। महिला की मौत के बाद सभी अस्पतालों से भी उस बैच नंबर की दवाएं वापस मंगा ली गई हैं। इनका उपयोग नहीं करने का आदेश जारी किया गया है। दवाएं सीजीएमएससी को वापस भेजी जाएगी।
जानकारी के अनुसार पटना निवासी तारा बाई (55 साल) को शुक्रवार को पटना सीएचसी इलाज के लिए भर्ती कराया गया। अस्पताल में उसे पैरों में ज्यादा दर्द होने के कारण दर्द निवारक इंजेक्शन दिया गया। इंजेक्शन देने के कुछ देर बाद ही उसके शरीर पर फफोले निकल आए और महिला जलन से बेचैन हो गई।
महिला की हालत देखकर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल बैकुंठपुर में रात करीब 8 बजे महिला की मौत होने पर परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों ने कहा कि, महिला को कोई बीमारी नहीं थी। वह पैर में दर्द के कारण परेशान थी। इंजेक्शन लगाने के बाद रिएक्शन से महिला की मौत हुई।
परिजनों की शिकायत के बाद स्थानीय विधायक भैयालाल राजवाड़े और सीएमएचओ डॉ. आरएस सेंगर भी देर शाम अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली। स्वास्थ्य अमले ने महिला के शव का पीएम कराया। महिला को जो इंजेक्शन लगाया गया था, उसे जिला प्रशासन ने तत्काल तहसीलदार को पटना अस्पताल में भेजकर संबंधित दवा की जब्ती कराई।
इधर स्वास्थ्य विभाग ने जिलेभर के अस्पतालों में सप्लाई इंजेक्शन को भी वापस मंगवा लिया है। परिजनों के अनुसार तारा बाई पहले भी दर्द से राहत के लिए इंजेक्शन लेती थी। इसके अलावे उसे कोई परेशानी नहीं थी। वहीं सीएमएचओ ने कहा कि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा। शनिवार को महिला के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। महिला की मौत के कारण की जांच के लिए टीम गठित की गई है।