जेके लक्ष्मी सीमेंट प्रबंधन ने मनाया विश्व पर्यावरण दिवस 2025

जेके लक्ष्मी सीमेंट प्रबंधन ने मनाया विश्व पर्यावरण दिवस 2025

भिलाई। जेके लक्ष्मी सीमेट लि० द्वारा संयंत्र एवं चुना पत्थर खदान क्षेत्र में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि आर आर गुप्ता सलाहकार, संयंत्र प्रमुख मुकुल श्रीवास्तव, राजपाल सिंह शेखावत, एवीपी-ऑपरेशन जेके लक्ष्मी सीमेट लि. द्वारा पौधरोपण कर की गई। कम्पनी के समस्त कर्मचारियों तथा कम्पनी में कार्यरत कामगारों द्वारा पौधे लगाए गए तथा उसे पल्लवित करने का संकल्प लिया गया। जेके लक्ष्मी सीमेंट प्रबंधन द्वारा इस अवसर पर लगभग 520 पौधों का रोपण किया गया।

कार्यक्रम की इसी श्रृंखला में प्लांट परिसर में सेफटी गेट मिटिंग के साथ सांथ पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसमे  पर्यावरण विभाग के टीम के द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया जिसके माध्यम से लोगों को सिंगल युज प्लास्टिक का उपयोग न करने की अपील की गयी। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जेके लक्ष्मी सीमेंट लि० द्वारा संयंत्र द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताएँ जैसे चित्रकला, स्लोगन इनोवेटिव आइडिया, पर्यावरण प्रश्नोत्तरी इत्यादि का आयोजन किया गया जिसने कर्मचारी श्रमिको एवं स्कूली छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया । प्रतियोगीता के विजेताओं को मुकुल श्रीवास्तव संयंत्र प्रमुख, राजपाल सिंग शेखावत एवीपी आपरेशन एवं सिरीश शुक्ला हेड एच आर के द्वारा पूरुस्कार से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि मुकुल श्रीवास्तव संयंत्र प्रमुख, राजपाल सिंग शेखावत एवीपी आपरेशन एवं सिरीश शुक्ला हेड एच आर ने प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करने के प्रति जागरुक कर पर्यावरण संरक्षण में अपनी भमिका निर्वहन करने पर जोर दिया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को बताया गया कि वृक्ष इस घरा के आभुषण है जिससे घरती हरा भरा किया जाता है। हमें अपने जीवन को खुशहाल बनाने और घरा को हरा भरा करने के लिए अधिक से अधिक संख्या में पौधे का रोपण करना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में पर्यावरण विभाग प्रमुख अवनीश चौहान द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सभी कर्मचारियों को बहुत बहुत शुभकामनाए दी तथा कंपनी के सभी अधिकारीयो, कर्मचारियों एवं आसपास के लोगों से अधिक से अधिक पौधों का वृक्षारोपण करने की अपील किया जिससे कि पर्यावरण को संरक्षित किया जा सके।