बड़ा खुलासा: पाकिस्तानी सेना के स्पेशल फोर्स का कमांडों था हाशिम मूसा उर्फ आसिफ फौजी

नई दिल्ली। आतंकी हाशिम मूसा के बारे में सन्न कर देने वाला खुलासा हुआ है। पाकिस्तानी मूल का हाशिम मूसा उर्फ आसिफ फौजी उर्फ सुलेमान पहले पाकिस्तानी सेना की स्पेशल फोर्स एसएसजी (स्पेशल सिक्योरिटी ग्रुप) का कमांडो था। पाकिस्तानी सेना में रहने के चलते ही उसे आसिफ ‘फौजी’ के नाम से भी जाना जाता था। सुरक्षा एजेंसियां पता करने में जुटी हैं कि एक-डेढ़ साल पहले जिस ग्रुप ने पुंछ राजौरी में घुसपैठ की थी, क्या ये वही है। पहलगाम ने अन्य आतंकियों के साथ ही हाशिम मूसा पर भी 20 लाख रुपए का इनाम रखा गया है। बता दें कि पहलगाम 22 अप्रैल को आतंकियों की गोलीबारी से दहल गया था। घटना में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी।
22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के लिए तीन आतंकियों की पहचान की गई। इसमें अली भाई, आदिल हुसैन और हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान शामिल हैं। मौके पर मौजूद लोगों से पूछताछ के बाद जांच एजेंसियों ने तीनों का स्केच बनाया था। अब आतंकी हाशिम मूसा के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है। हाशिम मूसा का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है। सूत्रों के अनुसार हाशिम मूसा फिलहाल पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के इशारों पर काम करता है। वह एक कट्टर आतंकवादी है। लश्कर में बैठे मास्टरमाइंडों ने ही पर्यटकों पर आतंकी हमले के लिए उसे जम्मू-कश्मीर भेजा था। सुरक्षा एंजेंसियों को शक है कि पाकिस्तान की स्पेशल सर्विस ग्रुप ने आतंकी हमले के लिए उसे कुछ दिन के लिए लश्कर को सौंप दिया है। हाशिम मूसा के पाकिस्तानी सेना में होने की जानकारी सामने आई है। मूसा सिर्फ पहलगाम आतंकी हमले में ही शामिल नहीं रहा। अक्टूबर 2024 में गंदरबल और बारामुला में हुए आतंकी हमलों के पीछे भी उसका हाथ था। इस हमले में 11 लोग मारे गए थे।