चोर का पुलिस कर्मियों पर आरोप, जब्ती जेवरातों में से आधा हिस्सा सिपाहियों ने रख लिए

वीडियो वायरल होने के बाद सीएसपी दुर्ग ने दिए जांच के आदेश

चोर का पुलिस कर्मियों पर आरोप, जब्ती जेवरातों में से आधा हिस्सा सिपाहियों ने रख लिए

दुर्ग। दुर्ग में एक आनोखा मामला सामने आया है जहां एक चोर ने पुलिस पर ही चोरी के आरोप लगाए है। आरोपी का कहना है कि दो सिपाहियों ने चोरी के सारे जेबरात जब्त किए थे लेकिन उन्होंने आधे जेवर ही थाने में प्रस्तुत किए। एक अपराधी चोरी के जुर्म में जेल जाता है और छुटने के बाद वीडियो वायरल कर सनसनी फैला देता है। आरोपी वीडियो  बाल रहा है कि पुलिस द्वारा जब्त किए गए जेवरातों में आधा हिस्सा पुलिस कमिर्यों ने रख लिए हैं। वायरल वीडियो और शिकायत के बाद सीएसपी दुर्ग ने इस मामले में जांच के निर्देश दिए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार दुर्ग बजरंग नगर निवासी नेहा यादव पति सुनील यादव ने एसपी दुर्ग को इसकी शिकायत कर जांच की मांग की है। उसने आरोप लगाया कि 24 जुलाई 2022 को बजरंग नगर स्थित उसकी ब्यूटी पार्लर की दुकान में चोरी हुई थी। मामला दर्ज करने के बाद क्राइम ब्रांच ने आरोपी को पकड़ा। आरोपी कोई और नहीं बल्कि नेहा यादव के मोहल्ले में रहने वाला देवेंद्र धोबी था। देवेंद्र ने चोरी करना स्वीकार किया। उसने पुलिस को बताया कि उसने ब्यूटी पार्लर से सोने का दो इयर रिंग और अंगूठी को अपनी बहन के यहां रख दिया था। एक अंगूठी को उसने गोलू नाम के युवक को बेच दिया था। इसकी जब्ती करने के बाद क्राइम ब्रांच के सिपाही खुर्रम बख्श और जावेद ने इसे शो नहीं किया। जब महिला इन जेवरात के बारे में पूछ रही है तो पुलिस कोई जवाब नहीं दे रही है।

आरोपी ने की जेवर वापस करने की अपील
चोरी के आरोप में जेल गया देवेंद्र धोबी जब जमानत में छूट कर आया तो नेहा यादव उसके घर गई और उससे झगड़ा करते हुए बाकी का जेवर मांगा। इसके बाद चोर एक वीडियो बनाया। उसने वीडियो में स्वीकार किया उसने नेहा यादव के यहां चोरी की थी। क्राइम ब्रांच के आरक्षक खुर्रम बख्श और जावेद ने उसे गिरफ्तार किया था। उन्होनें उसके बताने पर पूरा जेवर भी जब्त किया है। इसके बाद उसे जब्ती में दिखाकर खुद रख लिए हैं। उन्होंने एसपी से अपील की है कि चोरी का सारा जेवर नेहा दीदी को दिला दिया जाए।

जांच के बाद की जाएगी कारर्वाई-वैभव बैंकर
इस वीडियो के वायरल होने के बाद और नेहा की शिकायत के बाद एसपी दुर्ग ने मामले में जांच के आदेश दिए। मामले की जांच आईपीएस अधिकारी दुर्ग सीएसपी वैभव बैंकर खुद कर रहे हैं। उनका कहना है कि आरोपी और पीड़ित को बुलाकर आमने-सामने पूछताछ की जाएगी। उसके बाद आगे की कारर्वाई होगी। अगर सामान जब्त हुआ और उसे जब्ती पत्रक में नहीं अटैच किया गया तो जांच के बाद आरोपी सिपाहियों पर कारर्वाई की जाएगी। वहीं इस बारे में खुर्रम बख्श का कहना है कि उसके ऊपर लगे आरोप गलत हैं।