मरोदा बस्ती भिलाई में शीशल शिल्प प्रशिक्षण का शुभारंभ
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के निगमित सामजिक उत्तरदायित्व विभाग द्वारा संयंत्र एवं संयंत्र की खदानों के परिधीय ग्रामों में अनेक प्रकार के रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इसी कड़ी में नारी सशक्तीकरण के मद्देनजर मरोदा बस्ती, भिलाई, जिला दुर्ग में शीशल शिल्प का त्रैमासिक प्रशिक्षण शिविर आज 18 जनवरी को शुभारम्भ किया गया। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भिलाई इस्पात संयंत्र की मुख्य महाप्रबंधक (कार्मिक) सुश्री निशा सोनी उपस्थित थी।
उद्घाटन समारोह की मुख्य अतिथि मुख्य महाप्रबंधक (कार्मिक) सुश्री निशा सोनी ने अपने संबोधन में कहा कि आज हस्त शिल्प निर्मित उत्पादों की मांग पूरे देश में निरंतर बढ़ती जा रही है। यह शिल्प लोगों को बेहद पसंद आ रही है। इस प्रकार के शिल्प प्रशिक्षण के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर एवं अच्छी आय अर्जित करने में सक्षम होगी। इस प्रकार का प्रशिक्षण महिलाओं के सशक्तिकरण में अहम भूमिका निभायेगा। साथ ही अपने पैरों में खड़ा होने के लिए प्रेरित करेगा।
प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित भिलाई इस्पात संयंत्र के निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग के महाप्रबंधक शिवराजन ने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम महिलाओं को कार्य में गुणवत्ता लाने के साथ ही घर पर ही रोजगार का सृजन कर एक अतिरिक्त आय अर्जित करने के योग्य बनायेगा। साथ ही उन्होंने पूरे मनोयोग से प्रशिक्षण प्राप्त करने तथा आसपास की महिलाओं को भी ऐसे कार्य करने हेतु उन्हें प्रोत्साहित करने का आव्हान किया।
कार्यक्रम का क्रियान्वयन वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) सुशील कामडे के सहयोग व समन्वय से संपन्न हुआ। विदित हो कि इस प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से मरोदा बस्ती, भिलाई की कुल 25 महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी को रुपये 3000 प्रतिमाह प्रशिक्षण भत्ता भी प्रदान किया जायेगा।
इस उद्घाटन समारोह में मरोदा बस्ती, भिलाई की पार्षद श्रीमती ममता सिन्हा, समाजसेवी नवीन सिन्हा, एल्डरमैन सन्तु मानिकपुरी, ओंकार मानिकपुरी, सुश्री बबिता मानिकपुरी, समाज सेविका श्रीमती सुनीता शर्मा एवं छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड से सी एस केहरी, शरद साहू, नितेश, मनोज एवं कार्यक्रम की प्रशिक्षिका श्रीमती मानुमती बघेल आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं समापन सीएसआर विभाग की श्रीमती रजनी रजक द्वारा किया गया। कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन में आशुतोष सोनी, सीता सिन्हा, बुधेलाल एवं अंजनी कुमार द्विवेदी आदि का सराहनीय योगदान रहा।