प्री मैट्रिक आदिवासी हॉस्टल बना शराबियों का अड्डा, हॉस्टल अधीक्षक और रोजगार सहायक को रंगे हाथों पकड़ा, दोनों की गई नौकरी
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। जिले के ग्राम पंचायत कोरजा में हाई स्कूल के सामने प्री मैट्रिक आदिवासी हॉस्टल बनाया गया है, जो अब दारूबाजी का अड्डा बनता जा रहा है। हॉस्टल के अधीक्षक उत्तरा दिवाकर और रोजगार सहायक रेवा लाल सोनवानी के ऊपर बच्चों के हॉस्टल में घुसकर उनके सामने शराब पीने का आरोप लगा है। मामला गौरेला थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, गौरेला के ग्राम पंचायत कोरजा के प्री मैट्रिक आदिवासी हॉस्टल में आसपास के गांवों के कई बच्चे रहते हैं, लेकिन अब यहां के हॉस्टल वॉर्डन उत्तरा दिवाकर और रोजगार सहायक रेवा लाल सोनवानी के ऊपर गंभीर आरोप लग रहे हैं। उपसरपंच अभय कुमार वर्मा ने बताया कि दोनों बच्चों के सामने ही शराब पीते हैं, जिससे उन पर बुरा असर पड़ता है। माता-पिता ने बच्चों को अच्छी शिक्षा ग्रहण करने के लिए हॉस्टल में भेजा है, लेकिन वॉर्डन और रोजगार सहायक के कारण यहां का माहौल खराब हो रहा है। मामले में सहायक आयुक्त ने अधीक्षक समेत दो कर्मचारी को निलंबित कर दिया है।
उपसरपंच अभय कुमार वर्मा ने बताया कि उन्हें हॉस्टल में शराबखोरी की गोपनीय जानकारी मिली थी, जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे। यहां उन्होंने शराब पीते हुए हॉस्टल अधीक्षक और रोजगार सहायक को रंगे हाथों पकड़ा। तब दोनों ने कहा कि हां हमने शराब पी है, जो करना है कर लो। तब उन्होंने इसकी शिकायत आला अधिकारियों से की। सूचना पर तुरंत एक्शन लेते हुए सहायक आयुक्त ललित शुक्ला और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। यहां जांच करने पर हॉस्टल अधीक्षक और रोजगार सहायक दोनों शराब के नशे में धुत मिले। साथ ही मौके पर महुआ शराब के साथ चखने के तौर पर चना, प्याज, पापड़ और अंडा भी मिला। अधिकारियों ने भी शराब पीते हुए हॉस्टल अधीक्षक और रोजगार सहायक को रंगे हाथों पकड़ा। अधिकारियों की पूछताछ में दोनों ने शराब पीने की बात मानी। इसी बीच रोजगार सहायक रेवा लाल सोनवानी ने अपने कुछ साथियों को बुला लिया। ये सभी योजना आयुक्त ललित शुक्ला के सामने उपसरपंच अभय कुमार वर्मा से गालीगलौज करने लगे, तब अधिकारी ने डांट कर सभी को हॉस्टल से बाहर कर दिया। लेकिन इस बीच मंगलवार रात को शराब पीने वाले कई और साथी हॉस्टल में पहुंच गए और गालीगलौज करने लगे। हालात बिगड़ता देख उपसरपंच ने गौरेला थाना पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और तत्काल हालात को संभाला। पुलिस ने बच्चों से भी पूछताछ की है। बच्चों ने बताया कि वार्डन सर अपने दोस्तों के साथ हमेशा यहां शराब पीते हैं। इधर बच्चों के बयान पर पूरा मामला उच्चायुक्त को बताया गया है। पुलिस ने अधिकारी से बुधवार को थाने में आकर मामला दर्ज करवाने को कहा है। पुलिस के पहुंचने पर हॉस्टल अधीक्षक और रोजगार सहायक सभी नशे में मिले, जिनसे बात करके सहायक आयुक्त के द्वारा कबूलनामा लिखवाकर आगे की कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है।