जीआरपी आरक्षक ड्यूटी की आड़ में करता था गांजा तस्करी, चार गिरफ्तार, एक फरार
114500 रुपए की गांजा जब्त
दुर्ग। पुलिस ने 11 किलोग्राम गांजा के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें राजनांदगांव जीआरपी का आरक्षक भी शामिल हैं। वहीं जीआरपी दुर्ग का आरक्षक फरार है जो ड्यूटी की आड़ में गांजा तस्करी का काम किया करता था। पुलिस ने गांजा लेकर ग्राहक की तलाश में घुम रहे तस्करों को घेराबंदी कर दबोचा। दुर्ग सीएसपी टीम एवं थाना मोहन नगर ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए यह सफलता पाई है। आरोपियों से करीब 114500 रुपए की गांजा जब्त की गई है। गिरफ्तार आरोपियों में . जीआरपी आरक्षक राजनांदगांव शैलेष कुमार पिता स्व. बैसाखूराम ध्रुव उम्र 34 साल निवासी 107/1 रेल्वे कालोनी दुर्ग, अजय कुमार ध्रुव पिता कन्हैयालाल ध्रुव उम्र 26 साल साकिन गांधी चौक तिरडीह दुर्ग, अरूण कुमार यादव पिता शिव प्रसाद यादव उम्र 29 साल निवासी शिवमंदिर के पास तितुरडीह दुर्ग तथा अजय कुमार वर्मा पिता विशेसर वर्मा उम्र 30 साल निवासी ग्राम बम्हमनी सुकुल पैहान जिला राजनांदगांव शामिल हैं। वहीं जीआरपी आरक्षक दुर्ग वसीम अहमद निवासी केलाबाड़ी दुर्ग फरार है।
मिली जानकारी के अनुसार 21 मई को मुखबीर से सूचना मिली कि कुछ लड़के थाना मोहन नगर क्षेत्रांतर्गत सूर्या होटल के पीछे पीपल पेड़ पास मादक पदार्थ गांजा रखकर बेचने के फिराक मे ग्राहक तलाश कर रहे है। सूचना पर से तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। तत्पश्चात तत्काल सिविल टीम दुर्ग एवं थाना मोहन नगर की संयुक्त टीम गठित कर मुखबीर द्वारा बताये गये स्थान पर जाकर हुलिया से संबंधित व्यक्तियों की खोजबीन की गई जिसमें सूर्या होटल के पीछे पीपल झाड़ के नीचे हुलिये से मिलते चार लड़के मिले जो पुलिस टीम के पास पहुंचते ही भागने की कोशिश करने लगे। आरोपीगणों को घेराबंदी कर हिरासत में लिया गया। पकड़े जाने पर शुरू में गोल मोल जवाब दे रहे थे तलाशी के उपरांत कपड़े के थैले में प्लॉस्टिक की बोरी के अंदर खोलकर देखने पर उसमें भूरे रंग के अलग-अलग पैकेट में गांजा होना पाया गया तब मौके पर ही थाना मोहन नगर पुलिस द्वारा एनडीपीएस एक्ट के धाराओं के अंतर्गत वैधानिक कार्यवाही शुरू की गई। गांजा लाने के संबंध में पूछताछ करने पर आरोपीगण लगातार पुलिस को गुमराह कर रहे थे लेकिन निरंतर एवं सघन पूछताछ में एक आरोपी द्वारा अपना परिचय जीआरपी पुलिस आरक्षक राजनांदगांव का होना बताया और उक्त मादक पदार्थ गाजा को दुर्ग जीआरपी के आरक्षक वसीम अहमद निवासी केलाबाड़ी दुर्ग के द्वारा उपलब्ध कराने हेतु उसे देना बताया एवं आरोपी को पूर्व में भी उक्त आरक्षक द्वारा चार-पांच बार गांजा उपलब्ध कराने की बात बताई और गांजे की बिक्री रकम को आरक्षक वसीम अहमद को नगदी देना बताया गया। जीआरपी दुर्ग के आरक्षक वसीम अहमद को मामले की भनक लगते ही अपना मोबाईल बंद कर ड्यूटी स्थल से फरार हो गया। जिसकी तलाश पुलिस द्वारा लगातार की जा रही है। आरोपीगणों से कुल 11 किलोग्राम गांजा जब्त की गई है। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई थाना मोहन नगर से की जा रही है। इस कार्रवाई में मोहन नगर थाना प्रभारी निरीक्षक विपिन रंगारी एवं उप निरीक्षक शिशुपाल चंद्रवंशी, प्रधान आरक्षक अजय विश्वकर्मा, आरक्षक कांति शर्मा, प्र.आर. चंद्रशेखर बंजीर (सायबर सेल), तथा सिविल टीम के आरक्षक जावेद खान, किशोर सोनी, नासीर बक्स, गौर सिंह, थॉमसन पीटर, प्रशांत पाटणकर, भरथरी निषाद, अजय कुमार यदु की उल्लेखनीय भूमिका रही।