300 से अधिक लग्जरी कारें चुराने वाले अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश, पांच गिरफ्तार
इंजन और चेसिस नंबर बदलकर लगाते थे ठिकाने
नई दिल्ली। पूर्वी जिले की वाहन चोरी निरोधक शाखा ने तीन सौ से अधिक लग्जरी कारों की चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने गैंग के दो चोर और वाहनों के तीन खरीदारों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 17 लग्जरी कारें और एक स्कूटी बरामद की है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मेरठ निवासी शोएब मलिक, रहीस मुल्ला, मोहम्मद रेहान, अशरफ सुल्तान और मयूर विहार के कोटला गांव निवासी चांद मियां के रूप में हुई है। शोएब मेरठ यूनिवर्सिटी से स्नातक है। दिल्ली की अपराध शाखा को दो मामलों में शोएब की तलाश थी।
जांच में पता चला कि कार की चोरी करने के बाद चेसिस और इंजन नंबर बदल देते थे और फिर दूसरे राज्यों में उसे फिर से रजिस्टर्ड करा देते थे। इन लोगों ने बताया कि वह साल 2020 से दिल्ली-एनसीआर से चोरी की कारों को खरीदने-बेचने का काम कर रहे हैं। अब तक 300 से ज्यादा कारों को ठिकाने लगा चुके हैं। पुलिस टीम ने गाड़ियों की बरामदगी के लिए उत्तराखंड, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, वेस्ट बंगाल और पंजाब में छापेमारी की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चांद मियां को छोड़कर सभी आरोपियों पर पहले से आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस टीम को 9 दिसंबर 2022 को मयूर विहार इलाके में मेघालय नंबर की एक कार खड़ी दिखी। छानबीन करने पर पता चला कि कार शकरपुर से चोरी की गई है। जांच में पता चला कि कार को कोटला गांव निवासी चांद मियां ने खरीदी थी। पुलिस ने चांद मियां को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर कार चुराने वाले उसके साथी अशरफ सुल्तान को नोएडा सेक्टर-62 से पकड़ लिया। पुलिस ने इसके कब्जे से पांच चोरी की कार और एक स्कूटी बरामद कर ली।
सुल्तान से पूछताछ करने के बाद पुलिस टीम ने मेरठ निवासी शोएब मलिक को पकड़ा। इसके कब्जे से पुलिस ने पांच गाड़ियां बरामद कीं। शोएब ने पूछताछ में बताया कि वह रहीस मुल्ला के साथ काम करता है, जो चोरी की गाड़ियां खरीदता है। पुलिस ने रहीस को भी गिरफ्तार कर लिया। इसकी निशानदेही पर पुलिस ने पांच और कार बरामद कर ली। इससे पूछताछ के बाद पुलिस ने कार चोरी करने वाले मोहम्मद रिहान को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया। इसके कब्जे से पुलिस ने दो कार बरामद कर ली। जांच में पता चला कि कार को मालवीय नगर और लाजपत नगर से चोरी की गई थीं।