VIDEO: दुनिया का सबसे बड़ा 5G मार्केट बना भारत, भारत ने पिछले 10 साल में जितना ऑप्टिकल फायबर बिछाया है उसकी दूरी धरती और चन्द्रमा के डिस्टेंस से 8 गुना ज्यादा है- पीएम नरेंद्र मोदी
190 से अधिक देशों के 3,000 से अधिक उद्योग जगत के दिग्गज, नीति–निर्माता और तकनीकी विशेषज्ञ हुए शामिल
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 अक्टूबर को सुबह 10 बजे नई दिल्ली के भारत मंडपम में इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन – वर्ल्ड टेलीकम्युनिकेशन स्टैंडर्डाइजेशन असेंबली (डब्ल्यूटीएसए) 2024 का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम के दौरान 8वें इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 का भी उद्घाटन किया। बता दें कि डब्ल्यूटीएसए, यानी इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन, डिजिटल प्रौद्योगिकियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के मानकीकरण कार्य के लिए नियंत्रक सम्मेलन है। इसे हर चार साल में आयोजित किया जाता है। भारत और एशिया–प्रशांत में पहली बार आईटीयू–डब्ल्यूटीएसए का आयोजन किया जा रहा है। यह एक महत्वपूर्ण वैश्विक कार्यक्रम है। कार्यक्रम में दूरसंचार, डिजिटल और आईसीटी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले 190 से अधिक देशों के 3,000 से अधिक उद्योग जगत के दिग्गज, नीति–निर्माता और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हुए।
आईटीयू वर्ल्ड टेलीकम्युनिकेशन स्टैंडर्डाइजेशन असेंबली (डब्ल्यूटीएसए) में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सिर्फ दस साल में भारत ने जो ऑप्टिकल फाइबर बिछाया है उसकी लंबाई धरती और चांद के बीच की दूरी से आठ गुना ज्यादा है। मैं आपको भारत की स्पीड का एक उदाहरण देता हूं। दो साल पहले हमने मोबाइल कांग्रेस में ही 5G लॉन्च किया था। आज भारत का लगभग हर जिला 5G सेवा से जुड़ चुका है। आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 5G मार्केट बन चुका है और अब हम 6G तकनीक पर भी तेजी से काम कर रहे हैं।" 2014 में भारत में सिर्फ दो मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट थीं और आज 200 से ज्यादा हैं। पहले हम ज्यादातर फोन विदेश से आयात करते थे, आज हम पहले की तुलना में 6 गुना ज्यादा मोबाइल फोन भारत में बना रहे हैं। हम मोबाइल निर्यातक देश के रूप में जाने जाते हैं और हम यहीं नहीं रुके हैं, अब हम दुनिया को पूरी तरह से मेड-इन-इंडिया फोन, चिप्स से लेकर तैयार उत्पाद उपलब्ध कराने में लगे हैं। हम भारत में सेमीकंडक्टर में भी भारी निवेश कर रहे हैं।" पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "WTSA आम सहमति से पूरी दुनिया को सशक्त बनाने की बात करता है। इंडिया मोबाइल कांग्रेस कनेक्टिविटी के जरिए पूरी दुनिया को सशक्त बनाने की बात करता है। यानी इस आयोजन में आम सहमति और कनेक्टिविटी को एक साथ जोड़ा गया है। आप जानते हैं कि आज के संघर्षग्रस्त विश्व के लिए ये दोनों कितने महत्वपूर्ण हैं। भारत हजारों वर्षों से वसुधैव कुटुंबकम के अमर संदेश को जी रहा है। जब हमें G20 का नेतृत्व करने का मौका मिला तो हमने एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य का संदेश दिया। भारत दुनिया को संघर्ष से निकालकर जोड़ने में जुटा है..."
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज भारत दूरसंचार और उससे संबंधित प्रौद्योगिकी के मामले में दुनिया के सबसे अधिक गतिशील देशों में से एक है। भारत, जहां 120 करोड़ मोबाइल फोन उपयोगकर्ता हैं, 95 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं, जहां दुनिया के 40% से अधिक वास्तविक समय के डिजिटल लेनदेन होते हैं, जहां डिजिटल कनेक्टिविटी को अंतिम मील वितरण का प्रभावी साधन दिखाया गया है, वहां वैश्विक दूरसंचार की स्थिति और भविष्य पर चर्चा भी वैश्विक भलाई का माध्यम बनेगी।" बता दें कि डब्ल्यूटीएसए 2024 देशों को 6जी, एआई, आईओटी, बिग डेटा, साइबर सुरक्षा आदि जैसी अगली पीढ़ी की महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों के मानकों के भविष्य पर चर्चा करने और निर्णय लेने के लिए एक मंच प्रदान किया। भारत में इस कार्यक्रम की मेजबानी से देश को वैश्विक दूरसंचार एजेंडे को आकार देने और भविष्य की प्रौद्योगिकियों के लिए दिशा निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिला। भारतीय स्टार्टअप और अनुसंधान संस्थान बौद्धिक संपदा अधिकार और मानक अनिवार्य पेटेंट विकसित करने में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए तैयार हैं।