बीएसपी में मास्टर ऑपरेटर की संदिग्ध मौत
भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट में मास्टर आॅपरेटर की लाश मिलने से हडकंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है, कि जिस युवक की लाश मिली है वह नाइट शिफ्ट में ड्यूटी गया हुआ था। शख्स प्लांट में मास्टर आॅपरेटर था। मॉर्निंग शिफ्ट की ड्यूटी में जब कर्मचारी पहुंचे तो उन्होंने मास्टर आॅपरेटर की लाश देखी, जिसके बाद तत्काल पुलिस को सूचना दी। फिलहाल मास्टर आॅपरेटर के शव को सेक्टर-9 हॉस्पिटल के मरच्यूरी में भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मास्टर आॅपरेटर की मौत की असल वजह सामने आ पाएगी। वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक भिलाई स्टील प्लांट के अंदर वहां काम करने वाले मास्टर ऑरेटर राजेश कुमार उइके का संदिग्ध हालत में शव पड़ा मिला है। इसके बाद से प्लांट में हड़कंप मचा हुआ है। प्लांट के जिम्मेदार अधिकारियों ने शव को मेन मेडिकल पोस्ट भेजा। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत बताया तो शव को सेक्टर 9 हॉस्पिटल के मरचुरी में रखवाया गया है। राजेश कुमार उइके (55 साल) प्लांट के फाउंड्री एंड पैटर्न में काम करता था। शुक्रवार 21 जुलाई को उसकी नाइट शिफ्ट थी। सुबह की शिफ्ट में जब वहां के कर्मचारी काम पर पहुंचे तो उन्होंने नल के पास उइके का शव पड़ा देखा। शव देखते ही वहां हड़कंप मच गया। कर्मचारियों ने तुरंत इसकी सूचना बीएसपी के अधिकारियों और पुलिस को दी। बीएसपी के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। उइके को मेन मेडिकल पोस्ट भेजा गया। वहां डॉक्टर ने चेक करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। खबर लिखे जाने तक मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। भट्टी पुलिस के मुताबिक मौत दुर्घटना से नहीं हुई है। शव में कहीं भी चोट के निशान नहीं है। बीएसपी के डॉक्टरों का कहना है कि शायद मौत हार्ट अटैक या अन्य मैडिकल कारणों से हुई है। मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। राजेश कुमार उइके की मौत की खबर बीएसपी प्रबंधन ने उनके परिजनों को दे दी है। मृतक की पत्नी और दो बेटे हैं। परिजन सेक्टर 9 हॉस्पिटल पहुंचे हैं। उनका रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है कि राजेश बीएसपी में 1993 से नौकरी कर रहे हैं। वो वहां के कर्मठ कर्मचारी थे। उन्हें जवाहर लाल नेहरू समूह पुरुस्कार और नेहरू अवार्ड भी मिला है। वो घर से स्वस्थ हालत में गए थे। इस तरह अचानक उनकी मौत कैसे हो गई। परिजनों में मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है।